नई दिल्ली: भारत और म्यांमा ने सोमवार सैन्य संबंधों को बढ़ावा देने के लिए रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए.
भारत के रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाईक और म्यांमार रक्षा बल के कमांडर जनरल मिन अंट ह्लाइंग के उपस्थिति में समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ.
इसके पहले दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने साझा रक्षा सहयोग,सैन्य अभ्यास और म्यांमार को सैन्य प्रशिक्षण की सुविधा जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा की.
दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत का मुख्य विषय संयुक्त समुद्री निगरानी, क्षमता बढ़ोतरी,चिकित्सा सहयोग,प्रदूषण रोकधाम,बुनियादी ढांचे का विकास और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना रहा.
भारत के रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद नाईक और म्यांमार रक्षा बल के कमांडर जनरल मिन अंट ह्लाइंग के उपस्थिति में समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ म्यांमार की सेना के कमांडर इन चीफ ने हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की.
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दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता का मुद्दा मानते हुए बातचीत जारी रखेंगे.विदेश मंत्रालय ने इसे सकारात्मक और सफल बैठक बताया.
हैलिंग ने म्यांमा की रक्षा सेवाओं के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह से भी मुलाकात की.
अधिकारियों ने कहा कि वार्ता का उद्देश्य भारत द्वारा म्यांमार के रक्षा कर्मियों को दिये जा रहे प्रशिक्षण को मजबूत करने सहित समग्र रक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है.
दोनों देशों ने समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा की.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'वार्ता के समापन पर, भारत और म्यांमा ने रक्षा सहयोग को लेकर एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए.'