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पाकिस्तान के नए नक्शे को भारत ने बताया 'राजनीतिक मूर्खता'

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त होने के एक वर्ष पूरा होने की पूर्व संध्या पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान देश का नया नक्शा जारी किया है. इस नक्शे में केंद्र शासित जम्मू कश्मीर को पाकिस्तान में शामिल कर लिया है.

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इमरान खान ने नया नक्शा जारी किया

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Published : Aug 4, 2020, 7:59 PM IST

Updated : Aug 4, 2020, 10:54 PM IST

इस्लामाबाद : जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त होने के एक वर्ष पूरा होने की पूर्व संध्या पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान देश का नया राजनीतिक नक्शा जारी किया है. इस नक्शे में केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर और गुजरात के जूनागढ़ को पाकिस्तान में शामिल कर लिया है.मामले में भारत सरकार प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हमने पाकिस्तान का एक तथाकथित 'राजनीतिक नक्शा' देखा है, जिसे पीएम इमरान खान ने जारी किया है. भारतीय राज्य गुजरात और हमारे केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्रों पर अटूट दावा करना एक राजनीतिक मूर्खता है.

खान ने संयुक्त राष्ट्र में नया राजनीतिक मानचित्र पेश करने का फैसला किया है. इमरान खान कैबिनेट ने नए नक्शे को मंजूरी दी जिसमें पूरा जम्मू और कश्मीर, पाकिस्तान के साथ एकीकृत दिखाया गया है.

पाक का नया नक्शा जारी

मामले में भारत सरकार प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हमने पाकिस्तान का एक तथाकथित 'राजनीतिक नक्शा' देखा है, जिसे पीएम इमरान खान ने जारी किया है. , भारतीय राज्य गुजरात और हमारे केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्रों पर अटूट दावा करना एक राजनीतिक मूर्खता है.

इन हास्यास्पद दावों की न तो कानूनी वैधता है और न ही अंतर्राष्ट्रीय विश्वसनीयता. वास्तव में, यह नया प्रयास केवल सीमा पार आतंकवाद द्वारा समर्थित क्षेत्रीय आंदोलन के साथ पाकिस्तान के जुनून की वास्तविकता की पुष्टि करता है.

बता दें कि अवैध नक्शा जम्मू कश्मीर में भारत का जम्मू कश्मीर पर अवैध रूप से दिखाता है, अंतिम स्थिति प्रासंगिक UNSC प्रस्तावों के अनुरूप तय की जाएगी, जिससे भारत सरकार पर एक छींटाकशी हुई है.

खान ने कहा कि पाकिस्तान ने एक राजनीतिक मानचित्र पेश किया है, जो पूरे कश्मीर क्षेत्र को दर्शाता है, जिसमें 'जम्मू और कश्मीर' शामिल है, जो उसके देश के क्षेत्र के हिस्से के रूप में है.

पाक पीएम ने कहा कि संघीय कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, पाकिस्तान के इतिहास में यह सबसे ऐतिहासिक दिन है, उन्होंने जिसने मंगलवार को नए नक्शे को मंजूरी दी.

इससे पहले एक अन्य घटना मेंपाकिस्तान ने जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के एक साल पर यानी पांच अगस्त को रैलियां, विरोध प्रदर्शन, कार्यक्रम, व्याख्यान और स्मृति सभाएं आयोजित कर इस दिन को 'यौम-ए-इस्तेहसाल' यानी शोषण दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है.

उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त, 2019 को भारत सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.

पाकिस्तान सरकार कश्मीरी लोगों के साथ एकजुटता दिखाते हुए राजधानी इस्लामाबाद में अपने मुख्य कश्मीर हाईवे का नाम श्रीनगर हाईवे भी करने जा रही है.

प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद जाएंगे, जहां वह विधानसभा को संबोधित करेंगे.

पाकिस्तान के कई प्रमुख शहरों और पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में कश्मीर एकजुटता रैलियां निकाली जाएंगी.

इस बड़े दिन से पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने रक्षा मंत्री परवेज खट्टक और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ के साथ नियंत्रण रेखा का दौरा किया और कश्मीरी निवासियों के साथ समर्थन और एकजुटता प्रदर्शित किया.

कुरैशी नियंत्रण रेखा पर चिरिकोट सेक्टर गए, जहां उन्हें सुरक्षा हालात और जारी संघर्ष के बारे में जानकारी दी गई.

कुरैशी ने कहा, 'कश्मीर के लोगों ने भारत सरकार के पिछले साल के पांच अगस्त के कदम को खारिज कर दिया है.' उन्होंने आगे कहा कि 50 सालों में पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कश्मीर मुद्दे पर बैठकें आयोजित की हैं.

शाह महमूद कुरैशी

उन्होंने कहा, 'इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) की भूमिका सराहनीय है. जम्मू एवं कश्मीर पर ओआईसी संपर्क समूह ने भारत की अवैध कार्रवाइयों के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है और इस मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया है.'

कुरैशी ने कहा कि भारत कश्मीर मुद्दे पर अलग-थलग पड़ गया है, क्योंकि इसने हजारों कश्मीरी लोगों को एक साल से लॉकडाउन में डाल रखा है.

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उन्होंने कहा, 'भारत अलग-थलग पड़ गया है, ईरान ने भारत को अपने चाबाहार बंदरगाह से बाहर कर दिया है, नेपाल ने भी अपने भूभाग पर दावे किए हैं और लद्दाख में भारत के साथ जो हुआ, उसे दुनिया ने देखा है.'

सैन्य अधिकारियों ने कुरैशी के समक्ष ब्रीफिंग के दौरान कहा कि बुरहान वानी के मारे जाने के बाद 2016 से सीमा पार से संघर्षविराम उल्लंघनों में तेजी आई है.

एरिया कमांडर, मेजर जनरल आमेर अहसान नवाज ने कहा, 'भारतीय संघर्षविराम उल्लंघनों में अबतक 115 नागरिक मारे गए हैं और 614 अन्य घायल हो चुके हैं.'

Last Updated : Aug 4, 2020, 10:54 PM IST

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