इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रुस में होने वाली एक ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) में भाग लेने के लिए सितंबर में रूस की यात्रा करेंगे.
इमरान खान ने पुतिन का न्योता किया स्वीकार
आपको बता दें कि खान ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. इमरान खान को यह न्योता तब मिला जब दोनों नेताओ ने पिछले महीने शंघाई सहयोग संघटन से इतर मुलाकात की. खबरों के अनुसार प्रधानमंत्री खान ने यह निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.
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ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम की यह बैठक व्लादिवोस्तोक में चार से छ सितम्बर को होगी. आपको बता दें कि EEF की बैठक 2015 से हर साल आयोजित हो रही है.
पूर्वी आर्थिक फोरम में मुख्य मेहमान के तौर पर रूस जाएंगे पीएम मोदी
पुतिन ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस बैठक में मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. मोदी ने इस निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.
मेहमान के तौर पर रूस जाएंगे पीएम मोदी गौरतलब है कि इस बैठक में विश्व के कई नेता शामिल होंगे. विकास के मुद्दों पर चर्चा
रूस द्वारा शुरू किया गया, EEF वैश्विक अर्थव्यवस्था, क्षेत्रीय एकीकरण और विकास में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है.
रूस के साथ पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट शीत युद्ध की शत्रुता के चलते है और अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों में आई खटास ने देश को रूस और चीन की ओर धकेल दिया है.
दोनों देशों ने पिछले साल अगस्त में रूस में पाकिस्तानी सैनिकों को प्रशिक्षित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.
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अक्टूबर 2016 में, उन्होंने पाकिस्तान में अपना पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास किया. 2017 में, 200 से अधिक सैनिकों ने अभ्यास में भाग लिया, जो समुद्र के स्तर से 2,300 मीटर की ऊंचाई पर उत्तरी काकेशस में मिनरलनी वोडी में रूस द्वारा आयोजित किया गया था.
नवंबर 2018 में, पाकिस्तान और रूसी सेनाओं ने अपनी तीसरी संयुक्त सैन्य ड्रिल - द्रुजबा- III - आयोजित की, जिसके दौरान दोनों देशों के सैनिकों ने उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के नौशेरा जिले में पहाड़ों में अलग-अलग अभ्यासों में भाग लिया.