इस्लामाबाद :पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को डर सता रहा है कि भारत इस्लामाबाद को अस्थिर करने और निशाना बनाने के लिए अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल कर सकता है.
इस्लामाबाद में दो दिवसीय पाकिस्तान-अफगानिस्तान व्यापार और निवेश मंच के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा पाकिस्तान को डर है कि भारत हमें अस्थिर करने के लिए अफगानिस्तान का इस्तेमाल करेगा.
उन्होंने कहा हमने भारत के साथ दोस्ती करने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके. हमने महसूस किया कि भारत वैचारिक रूप से पाकिस्तान के खिलाफ है.
पाक पीएम ने कहा कि भारत में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार न केवल पाकिस्तान के खिलाफ है, बल्कि उसकी मुस्लिम आबादी के भी खिलाफ है.
इमरान खान ने कहा कि भारत में मुसलमानों के साथ ऐसे व्यवहार पहले कभी नहीं हुआ है. भारत में अल्पसंख्यकों का निरंतर दमन हुआ है.
कश्मीर में भारत सरकार द्वारा लिए जा रहे निर्णयों के बारे में बात करते हुए, खान ने कहा कि भारत सरकार निर्दोष कश्मीरियों पर अत्याचार करने पर आमादा थी.
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तालाबंदी दमन और बर्बरता का सबसे खराब उदाहरण है.
इमरान खान की सरकार अपने देश में कश्मीर मुद्दे को वैश्विक मंचों पर नहीं उठाने के कारण दबाव और आलोचना झेल रही है.
वहीं, पाक पीएम का कहना है कि उनकी सरकार ने हर क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर हमेशा कश्मीर मुद्दे को उठाया है. साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीर विवाद का समाधान नहीं होने तक अपने प्रयास को जारी रखने की कसम खाई.
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बता दें कि, अमेरिका ने अफगानिस्तान के विकास और प्रगति में भारत की बढ़ती भूमिका को देखने की इच्छा व्यक्त की है. इसके बाद से पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान में भारतीय उपस्थिति बढ़ाने के अमेरिका के इरादे पर अपनी चिंताओं को उठा रहा है. उसका कहना है कि इससे अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा सुरक्षा और व्यापक संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
पाकिस्तान का कहना है कि भारत, अफगानिस्तान में आतंकी समूहों के साथ मिला हुआ है और इस्लामाबाद को निशाना बनाने के लिए उन्हें बढ़ावा दे रहा है.
साथ ही पाकिस्तान ने अमेरिकी प्रशासन के समक्ष भी अपनी चिंताओं को उठाया है, क्योंकि वह अफगानिस्तान में भारत की उपस्थिति नहीं चाहता है.
हालांकि, भारत ने हमेशा पाकिस्तान के दावे को खारिज किया है.