इस्लामाबादःपाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में लगातार बारिश से अचानक बाढ़ आने के बाद अलग-अलग घटनाओं में करीब 34 लोगों की जान चली गई. यह जानकारी मंगलवार को अधिकारियों ने दी.
दक्षिणी सिंध प्रांत में भारी बारिश हुई जहां सोमवार को करीब 18 लोगों की जान चली गई. मरने वालों में ज्यादातर लोगों की मौत करेंट लगने से हुई है.
कराची में मानसून की पहली बारिश ने ही बिजली और सीवरेज की खराब व्यवस्था और बेकार सार्वजनिक ढांचों की पोल खोल दी.
पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में सोमवार रात ज्यादातर इलाकों में बिजली नहीं थी. बता दें कराची शहर के मध्य और पूर्वी जिले सबसे अधिक प्रभावित थे.
पाकिस्तान के मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक अधिक भारी बारिश होने की चेतावनी दी थी. हालांकि कराची में मंगलवार सुबह से बारिश बंद है.
पाकिस्तान के मौसम विभाग ने कराची में सोमवार रात तक 70 मीमी बारिश दर्ज की थी. वहीं पाक के हैदराबाद में 118 मिमि बारिश दर्ज की गई.
सिंध प्रांत के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश हुई. इसके कारण आठ लोगों की मौत हो गई. ज्यादातर मौतें बदिन, हैदराबाद और संगर जिलों के गांवों में हुई.
स्थानीय निकायों के सिंध मंत्री सईद गानी ने बताया कि बादिन और हैदराबाद जिलों में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई.
बारिश से कराची में भयंकर व्यवधान पैदा हुआ. वहां घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं और सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना पड़ा.
बिजली आपूर्ती न होने के अलावा, शहर के कई हिस्सो में भारी ट्रैफिक जाम देखा गया क्योंकि बारिश के कारण प्रमुख सड़कें जलमग्न हो गईं थी.
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चेतावनी के बाद भी पर्याप्त तैयारियां नहीं होने के कारण और राहत कार्यो में खस्ताहाल रहने के कारण स्थानीय प्रशासन की आलोचना की हुई.
वहीं, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुछ हिस्सों में लगातार हो रही बारिश ने कहर बरपाया है. प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के प्रवक्ता ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए.
प्रवक्ता ने बताया कि बारिश के कारण 12 घर पूरी तरह से नष्ट हो गए और 25 अन्य आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
पीडीएमए ने एक रिपोर्ट में कहा कि बारिश में 27 जानवर मारे गए हैं. प्रांत के 28 जिलों में से 10 को बारिश प्रभावित घोषित कर दिया गया है.
आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, पाकिस्तान के कश्मीर के नीलम घाटी में भारी बारिश से आई बाढ़ में कम से कम 28 लोग मारे गए थे.
उत्तरी पाकिस्तान में जहां लाखों लोग पहाड़ी क्षेत्रों में रहते हैं वहां बारिश और बर्फबारी अक्सर भूस्खलन और बाढ़ का कारण बनती है.