तेहरान : ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख मेजर जनरल हुसैन सलामी ने अमेरिका के हमले में शीर्ष जनरल कासिल सुलेमानी की मौत, ईरान की जवाबी कार्रवाई और इसके बाद एक विमान को मार गिराये जाने के बारे में संसद को सूचित किया. स्थानीय समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी.
खबरों के अनुसार मेजर जनरल हुसैन सलामी ने ईरान की संसद मजलिस में एक गुप्त सत्र के दौरान सांसदों को संबोधित किया.
समाचार एजेंसी के अनुसार सत्र के दौरान रिवोल्यूशनरी गार्ड की विदेश अभियान शाखा के प्रमुख के तौर पर सलामी ने गत तीन जनवरी को बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में कासिम सुलेमानी की मौत के बारे में जानकारी दी.
गार्ड के प्रमुख द्वारा बुधवार को जनरल की मौत को लेकर ईरान की जवाबी कार्रवाई के बारे में भी जानकारी दी, जब ईरान ने इराकी सैन्य अड्डों में स्थित अमेरिकी बलों को निशाना बनाकर मिसाइल दागे थे.
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समाचार एजेंसी ने बताया कि सलामी ने यूक्रेन इंटरनेशनल एयलाइंस बोइंग 737 को दुर्घटनावश मार गिराने के बारे में भी सांसदों को संबोधित किया. घटना में विमान पर सवार 176 लोगों की मौत हो गई थी.
हादसे में मारे गए लोगों में अधिकतर ईरान, कनाडा के नागरिक थे, जिनके पास दोनों देशों की नागरिकता थी और अधिकतर छात्र थे.
ईरान ने शनिवार को बताया कि बुधवार सुबह इराक में मिसाइल दागे जाने के कुछ देर बाद विमान को गलती से मार गिराया गया. रविवार के सत्र के बाद संसद के स्पीकर अली लारीजानी ने मजलिस के सुरक्षा एवं विदेश नीति आयोग को इस घटना की जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने का निर्देश दिया.
स्थानीय खबर के अनुसार घटना से नाराज तेहरान के आमिर कबीर विश्वविद्यालय के छात्रों ने शनिवार शाम को इसके विरोध में प्रदर्शन किया, जिसे पुलिस ने तितर-बितर किया. ईरान के अखबारों ने घटना में मारे गए लोगों को रविवार को श्रद्धांजलि दी और अधिकतर अखबार के शुरुआती पन्ने काले रंग में थे.