नई दिल्ली :
पूर्वी पाकिस्तान जो बांग्लादेश है के नागरिकों पर पाकिस्तान के अत्याचार की चर्चाएं गाहे-बगाहे होती रहती हैं. और पाकिस्तान उन आरोपों से इनकार भी करता रहता है. उल्टे बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई को पाकिस्तान भारत की साजिश बताता रहा है. एक बार फिर मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए अत्याचारों की चर्चा हो रही है. सामूहिक हत्याओं के खिलाफ अभियान चलाने वाले अमेरिका स्थित संगठन जेनोसाइड वॉच ने 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा किए गए अपराधों को 'नरसंहार' माना है.
जेनोसाइड वॉच ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत (irrefutable evidence) हैं. सबूतों से पाकिस्तानी सेना की मानवता के खिलाफ की गई बर्बरता का पता चलता है. रिपोर्ट में कहा गया कि 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना ने हत्या, शारीरिक यातना, बलात्कार, यौन शोषण आदि अमानवीय कृत्यों को व्यापक और व्यवस्थित रूप से अंजाम दिया था. रिपोर्ट में कहा गया कि बांग्लादेश (तब पूर्वी पाकिस्तान) में 'नरसंहार' करने वालों में पाकिस्तानी सेना के अलावा रजाकार, अल बद्र, अल शम्स जैसे लड़ाकू संगठन के साथ-साथ अखिल इस्लामी राजनीतिक ताकतों में जमात ए इस्लाम, नेजाम ए इस्लाम और मुस्लिम लीग आदि भी शामिल थे.
इसको पाकिस्तानी सेना, अन्य मिलिशिया बलों (रजाकार, अल बद्र, अल शम्स आदि), और अखिल इस्लामी राजनीतिक ताकतों (सहित) द्वारा अंजाम दिया गया था. अखिल इस्लामी राजनीतिक ताकतों में जमात ए इस्लाम, नेजाम ए इस्लाम और मुस्लिम लीग आदि भी शामिल थे.