नई दिल्लीःपाकिस्तान लगातार सीमा पर से घुसपैठ (infiltration) करने की कोशिश कर रहा है. यही नहीं पाक ने इस साल 2050 बार युद्धविराम का उल्लंघन भी किया है.वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) पाक की इन सभी गतिविधियों की निगरानी कर रहा है.
दरअसल, FATF ने पाकिस्तान को पहले ही ग्रे सूची में डाल दिया है. ये कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा को वित्त पोषण करने के मामले में पर्याप्त कर्रवाई नहीं किए जाने पर की गई है.
खबर है कि FATF आतंकवाद के खिलाफ इस्लामाबाद की कार्रवाई को लेकर संतुष्ट नहीं है. आपको बता दें कि अगर भारत कोई भी आतंकवादी घटना होती है जिसके लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है तो पाकिस्तान को काली सूची में डाल दिया जाएगा.
इसके बाद पाकिस्तान को आईएमएफ और विश्व बैंक जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों कोई वित्तीय मदद नही मिल पाएगी.
पेरिस में स्थित FATF अक्टूबर के पहले हफ्ते में बैठक करेगी. इस समय पाक को दी गई समय सीमा खत्म हो जाएगी. FATF पकिस्तान के मामले की समीक्षा अक्टूबर के पहले सप्ताह में करेगा.
बता दें कि जब से भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किया है तब से पाकिस्तान के नेता भारत के खिलाफ युद्ध भड़काने की ताक में हैं.
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हाल ही में छह एके-47 राईफल और 180 राउंड गोलियों के साथ भारी मात्रा में गोलाबारूद ले जा रहे तीन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को गिरफ्तार किया था.
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बता दें कि 1989 में G-7 द्वारा स्थापित FATF ने जून में पाकिस्तान को आंतकवाद के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाने के लिए फटकार लगाई थी. FATF ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि अगर पाक ने उसके आदेशों का पालन नहीं किया तो पकिस्तान पर कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए पाकिस्तान को सितंबर अंत तक की समय सीमा दी गई थी.