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PAK में अल्पसंख्यक उत्पीड़न : यूरोपीय संघ ने दी चेतावनी, UN की संधि का उल्लंघन बताया

पाकिस्तान में कथित धार्मिक उत्पीड़न के मामले को लेकर यूरोपीय संघ (EU) ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है. EU ने कहा है कि पाक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे भेदभाव को खत्म करे. ऐसा नहीं करने पर संघ पाकिस्तान को मिलने वाली सभी तरह की सब्सिडी और व्यापार वरीयताओं को निलंबित कर देगा. जानें पूरा मामला

इमरान खान ( फोटो)

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Published : May 2, 2019, 4:15 PM IST

ब्रसेल्स (बेल्जियम): यूरोपीय संघ (EU) ने पाकिस्तान में लगातार बढ़ रही 'धार्मिक उत्पीड़न' की घटनाओं पर चिंता जाहिर की है. यूरोपीय संघ के 50 सदस्यों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखा है. इसमें लिखा गया है कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र की संधि का उल्लंघन कर रहा है.

संघ ने कहा है कि अगर पाकिस्तान अल्पसंखयकों के साथ भेदभाव को खत्म नहीं करता है तो यूरोपीय संघ पाकिस्तान को मिलने वाली सभी तरह की सब्सिडी और व्यापार वरीयताओं को निलंबित कर देगा. मंगलवार को यूरोपीय संघ के 50 सदस्यों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पत्र लिखा.

इमरान खान को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि पिछले कुछ वर्षों में, धार्मिक चरमपंथी समूह द्वारा अल्पसंख्यको पर उत्पीड़न के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है. अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे हमलों में उनके पूजा स्थलों को भी निशाना बनाया जा रहा है.

EU ने कहा कि ' हम पाकिस्तान को याद दिलाना चाहेंगे कि अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR) के अनुसार पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र संधि का उल्लंघन कर रहा है. जो कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की नींव है.

संघ ने कहा कि अगर पाकिस्तान इसको नहीं रोकता है तो हम सब्सिडी और व्यापार वरीयताओं को निलंबित करने के लिए मजबूर होंगे.

पढ़ें- वैश्विक आतंकी बना मसूद अजहर, PAK में ISI की आंखों का तारा रहा है

आपको बता दें कि यूरोपियन संघ ने कट्टरपंथी इस्लामी समूहों द्वारा अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा के लिए पिछली और वर्तमान पाकिस्तान सरकारों पर हिंसा को बढ़ावा देने का जिम्मेदार ठहराया है.

एक गैर सरकारी संगठन (NGO) एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, ईयू ने कहा है कि करीब 1000 अल्पसंख्यक समूह की नाबालिग युवतियों को हर साल जबरन मुस्लिम युवकों से शादी करने पर मजबूर किया जाता है.

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