वैंकूवर :कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत की 87 सदस्यीय विधानसभा के लिए आठ इंडो-कैनेडियन विधायक चुने गए हैं. शनिवार को हुए चुनावों में 27 भारतीय मूल के उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे.
सभी आठ विजेता सत्तारूढ़ न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के हैं, जिसने 87 सदस्यीय सदन में 55 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया है. इन आठ सदस्य में तीन महिलाएं हैं.
प्रसिद्ध मानवाधिकार वकील अमन सिंह ने ब्रिटिश कोलंबिया में पहली बार पगड़ीधारी सिख विधायक बनकर इतिहास रचा. हालांकि इससे पहले प्रांत पहली बार 1986 में एक विधायक के रूप में पंजाबी सिख मोई सिहोता और 2001 में उज्वल दोसांज विधायक के रूप में चुने गए थे.
रिचमंड-क्वींसबोरो में विपक्षी लिबरल पार्टी के पूर्व पत्रकार जैस जौहल को हरा कर सिंह ने एक उलटफेर किया. इंडो-कनाडाई अधिकांश भारतीय प्रभुत्व वाले शहर सरे और वैंकूवर के बाहरी इलाके में जीते हैं.
प्रमुख विजेताओं में श्रम मंत्री हैरी बैंस, डिप्टी स्पीकर राज चौहान, पूर्व मंत्री जिनी सिम्स और संसदीय सचिव जगरूप बराड़ और रवि काहलों शामिल हैं.
बैंस ने लिबरल पार्टी के साथी पंजाबी पॉल बोपाराय को हराकर सरे-न्यूटन की अपनी सीट बरकरार रखी. जालंधर के पास हरदासपुर गांव से आने वाले बैंस 2005 से यह सीट जीत रहे हैं.
उप सभापति राज चौहान ने भी लिबरल पार्टी के त्रिपाल अटवाल और ग्रीन पार्टी के इकबाल पारेख को हराकर बर्नबाई-एडमंड्स की अपनी सीट बरकरार रखी. चौहान 1973 में छात्र के रूप में पंजाब से कनाडा गए थे.