हैदराबाद : किम जोंग उन की दो सप्ताह से अनुपस्थिति ने दुनियाभर में इन अटकलों को हवा दे दी, जिसमें कहा जा रहा है कि किम जोंग गंभीर रूप से बीमार हैं. वैसे वह अचानक इस तरह से लोगों के सामने से गायब होने वाले पहले शासक नहीं हैं. इससे पहले भी उत्तर कोरिया से कई शासक अचानक गायब हो चुके हैं. हालांकि, हर किसी के गायब होने की वजह अलग थी. इनमें से कुछ वास्तविक परेशानी के कारण और कुछ बीमारी के कारण अचानक गुम हो गए
आइए एक नजर डालते हैं उत्तर कोरिया से अब तक अचानक गुम होने वाले शासकों पर...
किम इल सुंग
इस सूची में सबसे पहला नाम है किम इल सुंग का. बताया जाता है कि 1994 में उनकी मृत्यु से पहले दक्षिण कोरिया के लोग उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग सबसे अधिक नफरत करते थे. उसकी सेनाओं ने जून 1950 में दक्षिण कोरिया पर एक आश्चर्यजनक हमला किया, जिससे एक विनाशकारी युद्ध शुरू हो गया. इस युद्ध में लाखों लोग घायल हुए और मारे गए. इतना ही नहीं उसने 1968 में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति की हत्या करने के लिए अपने कमांडों भेजे. 1983 में म्यांमार की राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान कई दक्षिण कोरियाई कैबिनेट मंत्रियों सहित 21 लोगों की हत्या करने के लिए अपने एजेंट भेजे.
दक्षिण कोरियाई समाचार पत्र चोसुन इल्बो ने अपने टोक्यो संवाददाता द्वारा एक छोटी कहानी प्रकाशित करवाई जिसने जापान में किम इल सुंग की मृत्यु की अफवाह फैला दी. इसके बाद 16 नवंबर 1986 को मीडिया में कुछ रिपोर्टें प्रसारित हुई, जिनमें कहा गया कि किम इल सुंग की मौत हो गई है.
चोसुन ने 17 नवंबर को एक कहानी प्रसारित करने के लिए एक अतिरिक्त संस्करण जारी किया. वह भी तब, जब उस दिन समाचार पत्र प्रकाशित नहीं हुए थे. उसके बाद चोसुन ने 18 नवंबर को किम इल सुंग की हत्या का वर्णन करने के लिए सात पृष्ठों का संस्करण जारी किया. इस बीच अन्य अखबारों ने भी इसी तरह की कहानियां लिखीं, जो एक उन्मादी घटना के रूप में समाप्त हो गई.
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया के सर्कुलेशन के सबसे बड़े अखबार चोसुन ने इसमें कोई सुधार नहीं किया.
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