वेलिंगटन :चीन को लेकर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं ने अपने मतभेदों को दरकिनार कर कोरोना वायरस की उत्पति के लिए और जांच किए जाने की अपील की. दोनों देशों के नेताओं की एक वर्ष के बाद सोमवार को आमने-सामने बैठक हुई.
दोनों देशों के नेताओं ने ऑस्ट्रेलिया में जन्मे एक व्यक्ति के न्यूजीलैंड में कैद में रहने के भी संकेत दिए, जिसने काफी संख्या में लोगों की हत्याएं की थी.
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने क्वींसटाउन में न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न के साथ मुलाकात की. कोरोना वायरस के कारण पिछले वर्ष दोनों देशों द्वारा अपनी सीमाएं बंद करने के बाद मॉरिसन पहले बड़े नेता हैं, जिन्होंने न्यूजीलैंड का दौरा किया.
हाल के वर्षों में ऑस्ट्रेलिया ने चीन के खिलाफ कड़ा रूख अपनाया है और दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आया है. न्यूजीलैंड कई बार ज्यादा कूटनीतिक रुख अपनाता है और कुछ लोग इसे ज्यादा ही नरम बताते हैं.
ऑस्ट्रेलिया का रूख
मॉरिसन ने कहा कि उनकी और अर्डर्न की सोच एक जैसी है. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड वाणिज्यिक देश हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन हममें से कोई भी अपनी संप्रभुता या मूल्यों का व्यवसाय नहीं करता है. इन मूल्यों को बचाने एवं इनकी रक्षा करने के लिए हम एकजुट होकर खड़े हैं. न केवल गल्लीपोली बल्कि अफगानिस्तान एवं विश्व के कई अन्य स्थानों को लेकर हमारे विचार एकसमान हैं.