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भारत पहुंचे चीन के विदेश मंत्री, एस. जयशंकर से होगी बात

वांग और डोभाल के बीच बैठक (Wang and Doval meeting) में सीमा मुद्दे पर व्यापक चर्चा होने की संभावना (boundary issue is likely to be discussed in Wang and Doval meeting) है, जो सीमा वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं.

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Published : Mar 24, 2022, 9:56 PM IST

Updated : Mar 25, 2022, 6:37 AM IST

नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में पिछले करीब दो साल से गतिरोध के कारण व्याप्त तनाव के बीच चीन के विदेश मंत्री वांग यी उच्च स्तरीय यात्रा पर (Chinese Minister Wang Yi arrives in India) गुरुवार शाम भारत पहुंचे. वांग ने काबुल से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी और वह शुक्रवार सुबह विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल के साथ बातचीत करेंगे.

यह जानकारी मिली है कि चीनी विदेश मंत्री की बगैर पूर्व निर्धारित यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के मद्देनजर बने भू-राजनीतिक हालात में चीन के एक बड़ी भूमिका निभाने से संबद्ध है. चीन ने यह भी संकेत दिया है कि आर्थिक प्रतिबंधों से निपटने के लिए वह रूस की सहायता करने को इच्छुक है. वार्ता में, भारत के पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद से अपना ध्यान हटाने की संभावना नहीं है. भारत द्वारा गतिरोध वाले शेष स्थानों से सैनिकों को पूरी तरह से हटाने के लिए दबाव डाले जाने की भी उम्मीद है.

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वांग और डोभाल के बीच बैठक (Wang and Doval meeting) में सीमा मुद्दे पर व्यापक चर्चा होने की संभावना (boundary issue is likely to be discussed in Wang and Doval meeting) है, जो सीमा वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं. फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या भारतीय पक्ष वांग के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की सुविधा प्रदान करेगा. वार्ता में यूक्रेन संकट एक अन्य प्रमुख मुद्दा होने की उम्मीद है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Mar 25, 2022, 6:37 AM IST

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