बीजिंग : चीन ने गुरुवार को इनकार किया कि उसने म्यांमार में सैन्य तख्तापलट का समर्थन किया. चीन का बयान ऐसे समय आया है जब लोकतंत्र समर्थकों ने म्यांमार के यांगून में चीनी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि चीन ने तख्तापलट करने में सेना की मदद की.
हांगकांग के अखबार 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' के मुताबिक लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने यांगून में चीनी दूतावास के सामने प्रदर्शन करते हुए बीजिंग से सैन्य जुंटा का समर्थन करना बंद करने को कहा.
म्यांमार में सेना ने एक फरवरी को तख्तापलट करते हुए आंग सान सू की समेत कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया था.
अखबार के मुताबिक प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां थामे हुए थे जिस पर लिखा था 'म्यांमार का समर्थन करें, तानाशाह शासकों का नहीं' और 'सेना की मदद करना बंद करें.'
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में तख्तापलट को बीजिंग का समर्थन मिलने के आरोपों के बारे में सवाल पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा, 'आपने कहा कि म्यांमार में कुछ 'अफवाहें' फैलायी जा रही हैं. यह सही है. कुछ लोग कहते हैं कि इसके पीछे चीन है. लेकिन, म्यांमार में हमारे राजदूत चीन का रुख बता चुके हैं और उन्होंने अफवाहों का खंडन किया था.'
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उन्होंने कहा, 'मैं दोहराना चाहूंगा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलायी गयी. ऐसे लोग, दोनों देशों के बीच तल्खी पैदा करना चाहते हैं.'
चीन का म्यांमार में सैन्य जुंटा के साथ करीबी संबंध था, जब उसने दो दशक से ज्यादा समय तक देश में शासन किया था. चीन ने तख्तापलट के बारे में उसे पहले से कोई सूचना होने से भी इनकार किया है.