टोरंटो : वैश्विक आक्रोश और हांगकांग में नाराजगी के बीच चीन ने हांगकांग से जुड़े विवादित सुरक्षा कानून पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. इससे हांगकांग के संबंध में बीजिंग को नई शक्तियां मिलती हैं. इस कानून के तहत चीनी सुरक्षा बलों की हांगकांग में मौजूदगी सुनिश्चित हो सकेगी. चीन की पहल का कई देशों ने विरोध किया है.
इसी कड़ी में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडा हांगकांग के लिए एक देश दो व्यवस्था के मसौदा पर विश्वास करता है. वह उसके लोगों के साथ खड़ा होगा.
ट्रूडो ने कहा कि कनाडा आव्रजन सहित अन्य कदमों पर भी विचार कर रहा है. अन्य देश भी शरण की पेशकश पर विचार कर रहे हैं.
कनाडा के 300,000 लोग हांगकांग में रहते हैं.
बीजिंग के निर्देश के तहत स्थानीय अधिकारियों ने कानून को लागू करने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं, पुलिस ने बुधवार को लगभग 370 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 10 लोगों पर कानून के प्रत्यक्ष उल्लंघन करने का संदेह है.
बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीते मंगलवार को चीनी संसद की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की 162 सदस्यीय स्थायी समिति ने सर्वसम्मति से हांगकांग के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को मंजूरी दे दी. इसे मंजूरी दिए जाने के तुरंत बाद जिनपिंग ने इस कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसके साथ ही कानून लागू करने योग्य हो गया.
पढ़ें :- हांगकांग पर आधिपत्य जमाने का हथियार है चीन का राष्ट्रीय सुरक्षा कानून
इस कानून के पारित होने के बाद हांगकांग की सरकार नए नियमों को लागू करवाने के लिए एक एजेंसी बना सकेगी. बता दें कि कई महीनों तक हांगकांग में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए हैं जिसके बाद इस कानून को लाया जा रहा है.