टोकेयो : बेलारूस की ओलंपिक धाविका क्रिस्टसीना सिमानोस्काया विएना रवाना होने के लिए बुधवार को यहां विमान में सवार हो गई. क्रिस्टसीना और टीम के अधिकारियों के बीच सार्वजनिक टकराव देखने को मिला था. हालांकि अभी यह तय नहीं है कि क्या क्रिस्टसीना आस्ट्रिया में ही रहेंगी या नहीं. कई देशों ने इस खिलाड़ी को मदद की पेशकश की थी और पोलैंड ने मानवीय आधार पर उन्हें वीजा जारी किया है.
इससे पहले क्रिस्टसीना ने मीडिया से कहा कि उनकी टीम के अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर वह स्वदेश लौटती हैं, तो उन्हें सजा का सामना करना पड़ेगा. क्रिस्टसीना ने कहा था कि वह अपना करियर जारी रखना चाहती हैं, लेकिन फिलहाल उनकी प्राथमिकता अपनी सुरक्षा है.
सोशल मीडिया पर अपनी टीम के प्रबंधन की आलोचना करने के बाद क्रिस्टसीना ने आरोप लगाया था कि अधिकारियों ने हवाई अड्डे पर उनके साथ धक्का-मुक्की की और उन्हें बेलारूस जा रहे विमान में बैठाने का प्रयास किया, लेकिन वो यूरोप रवाना हो गईं.
बता दें कि बेलारूस में राष्तिट्पति के चुनाव को लेकर कई पक्षों के बीच मतभेद बने हुए हैं. इस कारण बेलारूस का राष्ट्रपति चुनाव विवादों के घेरे में है और इसे लेकर महीनों से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
इन्ही विवादों के बीच बेलारूसी विपक्ष के प्रमुख सदस्यों पर भी मुकदमा चलाया गया, जो पूर्व सोवियत राष्ट्र (ex-Soviet nation) में असहमति के खिलाफ एक बहुस्तरीय कार्रवाई का हिस्सा था.
विपक्षी समन्वय परिषद (opposition Coordination Council) की शीर्ष सदस्य मारिया कोलेनिकोवा (Maria Kolesnikova) सितंबर में गिरफ्तारी के बाद से हिरासत में हैं. उन पर सत्ता पर कब्जा करने की साजिश रचने, एक चरमपंथी संगठन (extremist organization) बनाने और राज्य की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाई का आह्वान करने का आरोप है.
कोलेनिकोवा और वकील मैक्सिम ज्नाक, समन्वय परिषद के एक अन्य प्रमुख सदस्य, जो समान आरोपों का सामना कर रहे हैं. उनका ट्रायल बुधवार को बेलारूसी राजधानी (Belarusian capital) के मिन्स्क क्षेत्रीय न्यायालय (Minsk Regional Court) में शुरू हुआ.