वाशिंगटनः अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने 'लूनर रिकॉनिसंस ऑर्बिटर कैमरा' से ली गईं उस क्षेत्र की 'हाई रेजोल्यूशन' तस्वीरें 27 सितबंर को जारी कीं. यह तस्वीर उस जगह की है जहां भारत ने अपने महत्वाकांक्षी 'चंद्रयान-2' मिशन के तहत लैंडर विक्रम की 'सॉफ्ट लैंडिग' राने की कोशिश की थी.नासा ने इन तस्वीरों के आधार पर बताया कि विक्रम की 'हार्ड लैंडिंग' हुई.
नासा के लूनर रिकॉनिसंस ऑर्बिटर (एलआरओ) अंतरिक्ष यान ने 17 सितंबर को चंद्रमा के अन छुए दक्षिणी ध्रुव के पास से गुजरने के दौरान उस जगह की कई तस्वीरें ली. जहां विक्रम ने सॉफ्ट लैंडिग के जरिए उतरने का प्रयास किया था लेकिन एलआरओसी की टीम लैंडर के स्थान या उसकी तस्वीर का पता नहीं लगा पाई है.
नासा ने कहा कि विक्रम की हार्ड लैंडिंग हुई और अंतरिक्ष यान के सटीक स्थान का पता अभी तक नहीं चला है. नासा ने बताया कि इन दृश्यों की तस्वीरें लूनर रिकॉनिसंस ऑर्बिटर कैमरा क्विकमैप ने लक्षित स्थल से ऊपर उड़ान भरने के दौरान ली.
बता दें कि चंद्रयान-2 के विक्रम मॉड्यूल की सात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने की भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की कोशिश नाकाम रही था और विक्रम लैंडर का लैंडिंग से चंद मिनटों पहले जमीनी केंद्रों से संपर्क टूट गया था.