नई दिल्ली :अमेरिका की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया है कि कोरोना से जूझ रहे देशों को वह जल्द ही मदद के लिए कोरोना वैक्सीन भेजेगा. अमेरिकी विदेश विभाग की उप प्रवक्ता जलिना पोर्टर ने कहा कि अमेरिका जून के अंत तक 8 करोड़ वैक्सीन भेजेगा.
पोर्टर ने कहा, हम अपनी अतिरिक्त सप्लाई से वैक्सीन डोनेट करने का काम जारी रखेंगे. आने वाले हफ्तों में हम हमारी टीका वितरण करने से जुड़ी अन्य अहम बातों पर भी जानकारी देंगे.'
इससे पहले, मंगलवार को अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एंथनी फौसी ने कहा था कि अमेरिका में मौजूद कोविड-19 के टीके भारत में पहली बार पाए गए कोरोना वायरस वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं.
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व्हाइट हाउस के अनुसार, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. फौसी ने मीडियाकर्मियों को बताया था, 617 एंटीबॉडी के मोडेस्ट न्यूट्रलाइजेशन प्रतिरोध से पता चलता है कि वर्तमान टीके, जिनका हम इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनके बारे में हम बात कर रहे हैं, आंशिक रूप से और विश्व स्तर पर काफी सुरक्षात्मक होंगे.'
वर्तमान में, फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्न टीके अमेरिकियों के लिए अभी तक उपलब्ध हैं. जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की जानसेन फार्मास्युटिकल्स द्वारा विकसित एक वैक्सीन को इस साल फरवरी के अंत में अधिकृत किया गया था.
इससे पहले, प्रेस सचिव जेन साकी ने व्हाइट हाउस फॉरेन प्रेस ग्रुप के सदस्यों से कहा था कि अभी तक अमेरिका ने भारत को कोविड राहत में 500 मिलियन अमेरीकी डालर से अधिक दिया है, जिसमें अमेरिकी संघीय और राज्य सरकारों, अमेरिकी कंपनियों, निजी संगठनों और निजी नागरिकों का योगदान शामिल है.
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बता दें, इस महीने की शुरुआत में, व्हाइट हाउस ने घोषणा की थी कि संयुक्त राज्य अमेरिका जून 2021 से एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 60 मिलियन खुराक अन्य देशों को भेजेगा.