वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने उस पर तत्काल अप्रत्यक्ष परमाणु वार्ता शुरू करने के लिए मजबूर करने के वास्ते कैदियों की प्रस्तावित अदला-बदली में देरी का आरोप लगाने के लिए शनिवार को ईरान पर निशाना साधा. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने ईरान के उप विदेश मंत्री की टिप्पणियों को अपमानजनक बताया.
ईरान के उप विदेश मंत्री ने आरोप लगाया था कि अमेरिका और ब्रिटेन 2015 के ईरान परमाणु समझौते को बचाने के लिए कैदियों को बंधक बनाने का हथकंडा अपना रहे हैं.
सैयद अब्बास अरागची ने अपने पुष्ट अकाउंट से किए सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि विएना में परमाणु वार्ता तब तक बहाल नहीं हो सकती, जब तक ईरान के कट्टरपंथी नव निर्वाचित राष्ट्रपति अगस्त की शुरुआत में कामकाज न संभाल लें. उन्होंने कहा कि हम सत्ता हस्तांतरण के दौर में हैं. परमाणु वार्ता को हमारे नए प्रशासन का इंतजार करना होगा. हर लोकतंत्र की यही मांग होती है.
उन्होंने कहा कि सभी पक्षों के 10 कैदियों को कल रिहा किया जा सकता है अगर अमेरिका और ब्रिटेन अपने हिस्से के समझौते को पूरा करें.