वाशिंगटन : अमेरिका ने खून के थक्के जमने (ब्लड क्लॉट) की रिपोर्टों की जांच करने को लेकर जॉनसन एंड जॉनसन के एक खुराक वाले कोविड-19 के टीके लगाने को अस्थायी रूप से रोकने की सिफारिश की है.
रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने एक संयुक्त बयान में कहा कि वे टीकाकरण के छह से 12 दिनों बाद खून के थक्के जमने संबंधी मामले की जांच कर रहे हैं.
बयान के अनुसार मस्तिष्क से आने वाली शिराओं में खून में थक्के पाए गए और प्लेटलेट की संख्या घट गई. ये मामले 18 से 48 साल की छह महिलाओं में सामने आये और एक की मौत हो गई.
बयान के मुताबिक इस टीके की अमेरिका में 68 लाख से अधिक खुराक दी गई है,जिनमें से ज्यादातर में किसी तरह का दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है.
जन टीकाकरण केंद्र और अमेरिकी संघीय वितरण केंद्र जॉनसन ऐंड जॉनसन के टीके की खुराक देने को अस्थायी रूप से रोक देंगे और प्रांतों तथा टीकाकरण करने वाले अन्य पक्षों से भी इसका अनुपालन करने की उम्मीद की जा रही है.
हालांकि, दो अन्य टीके मॉडरेना और फाइजर, पर यह अस्थायी रोक लागू नहीं होगी.
एफडीए के कार्यकारी आयुक्त जैनेट वुडकॉक ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं इस बात पर बल देना चाहूंगा कि ये घटनाएं दुर्लभ ही जान पड़तीं हैं. लेकिन कोविड-19 टीका सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता है. हम आशा करते है कि अस्थायी रोक महज चंद दिनों की बात है.
टीकाकरण पर सीडीसी की सलाहकार समिति की बुधवार को बैठक होगी, जिसमें मामलों पर चर्चा होगी. साथ ही, एफडीए ने भी खून के थक्के जमने और प्लेटलेट की संख्या घटने की जांच शुरू कर दी है.
सीडीसी की प्रधान उप निदेशक डॉ. एनी सुचैट ने कहा कि अधिकारियों के सामने फाइजर या मॉडरेना के संदर्भ में ऐसे थक्के के मामले सामने नहीं आये हैं और लोगों को ये टीके लेना जारी रखना चाहिए.
सुचैट और एफडीए के सेंटर फॉर बायोलॉजिक्स इवैलुएशन ऐंड रिसर्च के निदेशक डॉ. पीटर मार्क्स ने संयुक्त बयान में कहा, प्रक्रिया पूरी होने तक, हम इस टीके के उपयोग पर अस्थायी रूप से रोक लगाने की सिफारिश कर रहे हैं.