न्यूयॉर्क :अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया अंतिम पड़ाव पर है. 2020 आम चुनाव में अब महज 15 दिन शेष हैं और राष्ट्रपति बहस तीन दिन बाद निर्धारित है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुले तौर पर हार की आशंका जता रहे हैं और डेमोक्रेटिक प्रत्याशी जो बाइडेन अपने समर्थकों को चुनाव के समापन दिनों में अति आत्मविश्वास से बचने की चेतावनी दे रहे हैं. इसका कारण यह है कि ट्रंप 2016 के अंतिम दिनों की याद दिलाते हुए भारी भीड़ खींच रहे हैं. हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के बाइडेन के समर्थन में उतरने से बाइडेन को भी लाभ मिलेगा.
वहीं इस सप्ताह गुरुवार की अंतिम बहस में ट्रंप के पास चुनाव की दिशा बदलने का सबसे अच्छा और अंतिम मौका होगा. हालांकि, चुनाव प्रचार को अंतिम रूप देने में ट्रंप को पैसे की कमी झेलनी पड़ रही है. ट्रंप इतने मजबूर हो गए हैं कि टीवी में विज्ञापन तक नहीं दे पा रहे.
क्या ट्रंप के पास खुद को बचाने का आखिरी मौका है?
नैशविले में गुरुवार काे ट्रंप अपने समर्थकों को नए उत्साह से भर सकते हैं. रिपब्लिकन मतदाता राष्ट्रपति के संदेश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. जाहिर है बाजी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. ट्रंप एक और खराब प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं कर सकते. पहली बहस में उनके गुस्से और आक्रामक मुद्रा को व्यापक रूप से एक दोष माना गया. इससे बिडेन को मदद मिली. हालांकि, बिडेन पर भी कम दबाव नहीं है. 77 वर्षीय पूर्व उपराष्ट्रपति की उम्र और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में ट्रंप लगातार सवाल उठा रहे हैं. बिडेन अपने जीवन के सबसे बड़े राजनीतिक मंच पर वरिष्ठ होने का बोझ बर्दाश्त नहीं कर सकते.
क्या कोरोना केस में वृद्धि मतदान को प्रभावित करेगी?
मतदान से दो सप्ताह पहले जुलाई के बाद से कोरोना संक्रमण अपने उच्चतम स्तर पर है. कम से कम 10 राज्यों ने सप्ताहांत में संक्रमणों की सूचना दी और कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञ निकट भविष्य में 1,00,000 दैनिक संक्रमणों की आशंका की भविष्यवाणी कर रहे हैं. यह कई मोर्चों पर राष्ट्र के लिए बुरी खबर है. यह इस सदी में देश के सबसे खराब स्वास्थ्य संकट को नियंत्रित करने में ट्रंप की विफलता का अधिक प्रमाण है, लेकिन असली सवाल उठता है कि क्या मतदाता इसको मुख्य मुद्दा मानते हैं.