वाशिंगटन : अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने एक द्विदलीय प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें चीन से अपील की गई है कि वह नियंत्रण रेखा के पास भारत के साथ शांतिपूर्ण तरीके से तनाव कम करे.
इस प्रस्ताव को मंगलवार को पारित किए जाने से पहले प्रतिनिधि सभा ने राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) में सर्वसम्मति से संशोधन पारित किया था, जिसमें गलवान घाटी में भारत के खिलाफ चीन की आक्रामकता और दक्षिण चीन सागर जैसे विवादित क्षेत्रों में उसके बढ़ते क्षेत्रीय दबावों की निंदा की गई है.
भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति के नेतृत्व में भारतीय अमेरिकी सांसद रो खन्ना, सांसदों फ्रैंक पैलोने, टो सुओजी, टेड योहो, जॉर्ज होल्डिंग, शीला जैक्सन-ली, हैली स्टीवन्स और स्टीव शैबेट ने यह प्रस्ताव पेश किया था. इसे वित्त वर्ष 2021 के लिए एनडीएए के साथ पारित किया गया. प्रस्ताव में भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की आक्रामकता की निंदा की गई है.
कृष्णमूर्ति ने एक बयान में कहा आज पारित किए गए विधेयक से सदन ने यह स्पष्ट द्विदलीय संदेश दिया है कि चीन सरकार को भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांतिपूर्ण तरीके से तनाव कम करना चाहिए.
उन्होंने कहा भारत में चीनी सेना की उकसावे की कार्रवाई अस्वीकार्य है और सीमा पर गतिरोध के शांतिपूर्ण समाधान से भारत-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.
कृष्णमूर्ति ने कहा कि इस प्रस्ताव को पारित करके प्रतिनिधि सभा ने चीनी सैन्य आक्रामकता के खिलाफ भारत जैसे सहयोगियों के साथ खड़े होने की अमेरिका की तत्परता पुन: दर्शाई है.