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उत्तर कोरिया को लेकर एक जैसे हैं अमेरिका-रूस के मकसद : पोम्पिओ - व्लादिमीर पुतिन

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि उत्तर कोरिया को लेकर अमेरिका और रूस के लक्ष्य समान हैं. पढ़ें पूरी खबर.

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ. (फाइल फोटो)

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Published : May 16, 2019, 12:06 AM IST

सोची (रूस): अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत के बाद कहा कि उत्तर कोरिया को लेकर अमेरिका और रूस के लक्ष्य समान हैं.

पुतिन के आवास में करीब दो घंटे चली बातचीत
पोम्पिओ ने रूस के सोची में मंगलवार देर रात वार्ता के बाद संवाददाताओं से कहा, 'मेरा मानना है कि हमारा लक्ष्य समान है और मुझे उम्मीद है कि हम एक साथ काम करने के तरीके तलाश कर सकते हैं.' उन्होंने बताया कि पुतिन के आवास में करीब दो घंटे चली बातचीत में उन्होंने उत्तर कोरिया पर लंबी चर्चा की.

पुतिन और पोम्पिओ के बीच सीरिया पर लंबी वार्ता
गौरतलब है, पुतिन ने कुछ सप्ताह पहले ही उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ एक शिखर वार्ता की थी. पोम्पिओ ने बताया कि पुतिन और उनके बीच सीरिया पर भी लंबी वार्ता हुई. उल्लेखनीय है कि सीरिया को लेकर अमेरिका और रूस विपरीत पक्षों में हैं.
उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने सीरिया में युद्ध के बाद संविधान बनाने के लिए एक समिति गठित करने का समर्थन किया.

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दोनों नेताओं की बीच सार्थक बातचीत
पोम्पिओ ने सोची से रवाना होने से पहले हवाईअड्डे पर पत्रकारों से कहा, 'सीरिया में आगे की योजना को लेकर हमारे बीच काफी सार्थक बातचीत हुई. हमारे बीच राजनीतिक प्रक्रिया को आगे ले जाने के संबंध में उन चीजों पर बातचीत हुई, जो हम मिलकर कर सकते हैं और जिसमें हमारे साझा हित हैं.'

मिलकर काम करना होगा- पोम्पिओ
उन्होंने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव 2254 से जुड़ी राजनीतिक प्रक्रिया अटकी पड़ी है और मेरा मानना है कि हम इसे आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना आरंभ कर सकते हैं.'

क्या है संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव
बता दें, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव 2254 को 2015 में पारित किया गया था. जिसमें संयुक्त राष्ट्र के समर्थन में सीरिया नीत राजनीतिक प्रतिक्रिया की बात की गई है लेकिन संयुक्त राष्ट्र दूत संवैधानिक समिति बनाने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. गौरतलब है कि सीरिया में आठ वर्ष से चल रहे संघर्ष में तीन लाख 70 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

(भाषा इनपुट)

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