न्यूयॉर्क: भारत ने 'अपने राजनीतिक, धार्मिक एवं अन्य मकसदों' के चलते आतंकवाद का वर्गीकरण करने की संयुक्त राष्ट्र के कई सदस्यों की प्रवृत्ति को मंगलवार को 'खतरनाक' करार दिया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति (T. S. Tirumurti Permanent Representative of India to UN) ने वैश्विक आतंकवाद रोधी परिषद द्वारा 'आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2022’ में कहा कि 'अपने राजनीतिक, धार्मिक एवं अन्य मकसदों' के चलते संयुक्त राष्ट्र के कई सदस्यों की कट्टरपंथ से प्रेरित हिंसक अतिवादी और दक्षिणपंथी अतिवादी जैसे वर्गों में आतंकवाद का वर्गीकरण करने की प्रवृत्ति खतरनाक है. यह दुनिया को 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में हुए हमलों से पहले की उस स्थिति में ले जाएगी, जब 'आपके आतंकवादी' और 'मेरे आतंकवादी' के रूप में आतंकवादियों का वर्गीकरण किया जाता था.