मॉस्को :रूस और पश्चिमी देशों के बीच सप्ताहांत में बातचीत के बावजूद आक्रमण की आशंकाओं (Amid Heightened Fears That An Invasion By Russia Is Imminent ) के मद्देनजर कुछ विमानन कंपनियों ने यूक्रेन (Ukraine Crisis) जाने वाली अपनी उड़ानें या तो रद्द कर दी हैं या उन्होंने उनका मार्ग दूसरे गंतव्यों की ओर परिवर्तित कर दिया है.
ह्वाइट हाउस ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) के साथ सप्ताहांत करीब एक घंटे तक हुई फोन वार्ता में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) ने कहा कि यूक्रेन पर हमला करने से व्यापक पैमाने पर जानमाल की हानि होगी. पश्चिमी देश संकट को समाप्त करने के लिए राजनयिक प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन अन्य परिस्थितियों के लिए भी तैयार हैं.
दोनों देशों के राष्ट्रपति के बीच वार्ता अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान के इस बात की चेतावनी देने के एक दिन बाद हुई जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिकी खुफिया जानकारी बताती है कि रूस कुछ दिनों के भीतर आक्रमण कर सकता है.
रूस ने आक्रमण के अपने इरादे से इनकार किया है, लेकिन यूक्रेन की सीमा के निकट अपने 1,00,000 से अधिक सैनिकों को जमा कर रखा है. इतना ही नहीं, उसने पड़ोसी देश बेलारुस में युद्धाभ्यास के लिए भी सैनिक भेजे हैं. अमेरिकी अधिकारियों को कहना है कि रूस ने इतने सैन्य साजोसामान इकट्ठा कर लिया है कि वह (रूस) किसी भी समय आक्रमण कर सकता है.
नीदरलैंड (Netherlands) की विमानन कंपनी केएलएम (KLM) ने अगली सूचना तक यूक्रेन जाने वाली अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं. कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी थी. यूक्रेन के वायुक्षेत्र में खतरे की आशंका के पीछे नीदरलैंड की संवेदनशीलता 2014 की उस घटना के कारण है, जिसमें पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र के ऊपर मलेशियाई विमान को मार गिराया गया था और सभी 298 लोगों की मौत हो गई थी. जिसमें नीदरलैंड के 198 नागरिक शामिल थे.