वॉशिंगटनः अमरिका और चीन के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है.अब उइगर मुस्लिमों को लेकर अमेरिका ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ हो रही कार्रवाई को लेकर एक बिल को साइन किया है. यह कानून चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाता है जिन्हें बीजिंग से समर्थन प्राप्त है और वे शिनजियांग में अल्पसंख्यक उइगर मुस्लमानों पर अत्याचार कर रहे हैं .
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट ने मई में राष्ट्रपति के पास एक बिल भेजा जिसे नाम दिया गया उइगर ह्यूमन राइट्स पॉलिसी एक्ट 2020. एक बयान जारी करते हुए ट्रम्प ने कहा कि यह कानून उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों की रक्षा करता है. उनसे दुर्व्यवहार जैसे गैर-कानूनी शिविरों में कैद करना, जबरन श्रम करवाना और उनकी निगरानी करने पर प्रतिबंध लगाता है ताकि इन अल्पसंख्यक मुस्लिमों और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय की जातीय पहचान और इनके धार्मिक विश्वासों की रक्षा हो सके. यह कानून उन चीनी अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराता है जो अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार करते हैं.
यह कानून उइगुर मुस्लिमों और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की निंदा करता है और चीन के शिनजियांग में शिविरों को बंद करने का आह्वान करता है. यह कानून ट्रम्प को अल्पसंख्यक समुदाय से दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान करने और उनपर प्रतिबंध लगाने का अधिकार देता है.
इस बिल के कानून बनने के 180 दिन के भीतर ट्रंप को कांग्रेस के सामने एक रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगा जिसमें उन विदेशी और चीनी अधिकारियों की पहचान की जाएगी जो जिम्मेदार होंगे शिनजियांग में रह रहे लोगों के मानवाधिकार उल्लंघन के, उनपर अत्याचार करने के, बिना किसी आरोप के हिरासत में रखने के, अपमान व्यवहार के, अपहरण करने के और जीवन के अधिकार, स्वतंत्रता और व्यक्ति की सुरक्षा की अवहेलना करने के.