वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर पूर्वी सीरिया में तुर्की की सैन्य कार्रवाई का विरोध किया. साथ ही कहा कि यदि तुर्की तबाही की राह पर बढ़ता चला गया तो हम उसकी अर्थव्यवस्था को तेजी से बर्बाद कर देंगे. इसके अलावा उसने इस्पात पर शुल्क बढ़ाने और 100 अरब डॉलर के व्यापार सौदे पर बातचीत बंद करने की बात कही.
ट्रम्प ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करने के साथ ही प्रशासन को तुर्की पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार दिया. अमेरिका के सीरिया से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के फैसले के बाद अंकारा ने बुधवार को सीमा पर कुर्द लड़ाकों पर हमला किया था. अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सोमवार को बताया कि ट्रम्प ने तुर्की के अपने समकक्ष रजब तैयब एर्दोआन को फोन करके तत्काल युद्ध विराम की मांग की.
पिछले सप्ताह शुरू हुई तुर्की की कार्रवाई का मकसद कुर्द के नेतृत्व वाली सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज (एसडीएफ) को सीमा क्षेत्र से खदेड़ना है. तुर्की एसडीएफ को आतंकवादी संगठन मानता है. एसडीएफ इस्लामिक स्टेट समूह को हराने के पांच साल के अभियान में अमेरिका का प्रमुख सहयोगी रहा है.
तुर्की की सरकार क्षेत्र में 'सुरक्षा जोन' बनाना चाहती है, जहां वह अपने देश में रह रहे 20 लाख सीरियाई शरणार्थियों को बसा सके.
ट्रम्प ने एक बयान में कहा, 'यह कार्यकारी आदेश मानवाधिकार के गंभीर हनन, संघर्ष विराम को बाधित करने, विस्थापित लोगों को घर लौटने से रोकने, शरणार्थियों को जबरन वापस उनके देश भेजने या सीरिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को खतरा पहुंचाने वालों के खिलाफ अमेरिका को कड़े प्रतिबंध लगाने का अधिकार देगा.'