वॉशिंगटन :अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनाव प्रचार मुहिम से जुड़े लोगों की वॉशिंगटन में उस रैली को आयोजित करने में अहम भूमिका थी, जिसने अमेरिकी कैपिटोल में घातक हमला किया था. 'एसोसिएटिड प्रेस' द्वारा की गई रिकॉर्डों की समीक्षा में यह बात सामने आई है.
ट्रंप समर्थक गैर सरकारी संगठन 'विमेन फॉर अमेरिका फर्स्ट' ने व्हाइट हाउस के निकट स्थित संघ के मालिकाना हक वाली जमीन 'इलिप्स' में छह जनवरी को 'सेव अमेरिका रैली' का आयोजन किया था, लेकिन 'नेशनल पार्क सर्विस' द्वारा दी गई मंजूरी की सूची में छह से अधिक ऐसे लोग हैं, जो स्टाफकर्मी थे और जिन्हें ट्रंप की 2020 चुनाव प्रचार मुहिम ने कुछ ही सप्ताह पहले हजारों डॉलर का भुगतान किया था.
इसके अलावा प्रदर्शन के दौरान घटनास्थल पर मौजूद कई लोगों के व्हाइट हाउस के साथ निकट संबंध हैं. चुनाव परिणाम में धांधली का आरोप लगाने वाले ट्रंप के इलिप्स में दिए भाषण और इससे पहले की टिप्पणियों के कारण कैपिटोल (अमेरिकी संसद भवन) में हिंसा भड़की थी. इसके बाद प्रतिनिधि सभा ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया. ट्रंप अमेरिका के इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जिनके खिलाफ दूसरी बार महाभियोग चलाया जा रहा है.
जब 'विमेन फॉर अमेरिका फर्स्ट' से पूछा गया कि इस रैली के लिए वित्तीय मदद किसने दी थी और ट्रंप की मुहिम की इसमें क्या संलिप्तता थी, तो उसने इन संदेशों का कोई जवाब नहीं दिया. इस रैली में हजारों लोग शामिल हुए थे.