संयुक्त राष्ट्र :संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षण मिशनों में भारत की महिलाओं और पुरुषों की अग्रणी एवं प्रेरणादयी भूमिका के प्रति सम्मान जताते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने लगातार मुश्किल होते संघर्ष क्षेत्रों में आम नागरिकों की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बरकरार रखने में उनके पराक्रम एवं साहस को सलाम किया है.
तिरुमू्र्ति ने अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर भारतीय शांतिरक्षकों को अपनी श्रद्धांजलि में कहा, मैं संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों में सेवा देने वाले पुरुषों और महिलाओं को सम्मानित करना चाहता हूं. मैं लगातार मुश्किल होते संघर्ष के क्षेत्रों में असैन्य लोगों की सुरक्षा करने में उनके साहस एवं पराक्रम को और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बरकरार रखने के लिए उनको सलाम करता हूं.
संयुक्त राष्ट्र ने एक गंभीर समारोह के साथ बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय शांतिरक्षक दिवस मनाया जिसमें महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने मारे गए संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षकों को सम्मानित करने के लिए पुष्पचक्र अर्पित किया और ऑनलाइन समारोह की अध्यक्षता की जिसमें प्रतिष्ठि डाग हैमरशूल्ड मेडल 129 सैन्य, पुलिस एवं असैन्य कर्मियों को मरणोपरांत दिया गया जिन्होंने पिछले साल और इस साल के पहले माह में संयुक्त राष्ट्र की सेवा के दौरान अपने जीवन का बलिदान दिया था.
भारत से कोरपोरल युवराज सिंह, जिन्होंने दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनएमआईएसएस) में सेवा दी थी और दो असैन्य भारतीय शांतिरक्षकों - यूएनएमआईएसएस में सेवा देने वाले इवान माइकल पिकार्डो और इराक में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूनामी) के लिए काम करने वाले मूलचंद यादव को ड्यूटी के दौरान उनके बलिदान एवं साहस के लिए डाग हैमरशूल्ड मेडल से मरणोपरांत सम्मानित किया गया.