लंदन: इक्वाडोर के राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो ने जूलियन असांजे को शरण देने के अपने फैसले पर यू टर्न लेते हुए कहा कि विकीलीक्स के संस्थापक ने इक्वाडोर के लंदन दूतावास में 'जासूसी केंद्र' खोलने की कोशिश की थी.
मोरेनो ने 'द गार्जियन' अखबार को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पूर्व सरकार के अधिकारियों की इजाजत से इक्वाडोर दूतावास में दूसरे देशों के मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए सुविधाएं मुहैया कराई गईं.
उन्होंने कहा कि हम अपने घर का इस्तेमाल जासूसी केंद्र बनाने के लिए नहीं दे सकते हैं. हमारा फैसला स्वेच्छाचारी नहीं है, यह अंतरराष्ट्रीय कानून पर आधारित है.