वॉशिंगटन:अमेरिका में पीएम मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) से शुक्रवार को मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने कोविड-19, जलवायु परिवर्तन, व्यापार और हिंद-प्रशांत सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. इसके अलावा पीएम मोदी ने H-1B वीजा का भी मुद्दा उठाया.
इस बात की जानकारी विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने दी. बता दें कि हाल के दिनों में भारत के आईटी प्रोफेशनल्स को H-1B वीजा मिलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.
जो बाइडेन से मुलाकात के बाद श्रृंगला ने कहा कि पीएम मोदी ने एच-1बी वीजा का मुद्दा उठाया. पीएम ने इस तथ्य जिक्र किया कि अमेरिका में काम करने वाले कई भारतीय पेशेवर सामाजिक सुरक्षा में योगदान देते हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में उन योगदानों की वापसी कुछ ऐसी है जो भारतीय श्रमिकों की संख्या को प्रभावित करती हैं.
क्या है H1B वीजा?
अमेरिकी कंपनियों में विदेशी कामगारों को मिलने वाले वीजा को H1B वीजा कहते हैं. यह आमतौर पर उन लोगों को जारी किया जाता है, जो रोजगार के आधार पर स्थाई निवासी का दर्जा हासिल करना चाहते हैं. इस वीजा को एक निश्चित अवधि के लिए जारी किया जाता है. यानी अमेरिका में कंपनियां अगर किसी विदेशी नागरिक को नौकरी देना चाहती है तो कर्मी इसी वीजा के जरिये कंपनी में काम कर पाते हैं.