संयुक्त राष्ट्र :अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उसके लिए त्रि-आयामी दृष्टिकोण (three-pronged approach) अपनाने का आग्रह कर किया है. इसमें खाद्य संकट का सामना कर रहे 1.4 करोड़ लोगों को जल्द सहायता प्रदान करना, एक समावेशी सरकार को बढ़ावा देना और देश में सभी आतंकवादी संगठनों का खात्मा करने के लिए तालिबान के साथ काम करना शामिल है.
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत मुनीर अकरम ( Pakistan's ambassador to the United Nations, Munir Akram) ने बृहस्पतिवार एक साक्षात्कार में अफगानिस्तान में भविष्य में अंतरराष्ट्रीय भूमिका को लेकर अपनी सरकार के दृष्टिकोण को साझा किया. उन्होंने कहा कि तीन प्राथमिकताओं पर मिलकर काम करने के लिए पाकिस्तान उस क्षेत्र के देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सम्पर्क में है.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानवीय सहायता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने अफगानिस्तान की सम्पत्ति को अमेरिका और अन्य द्वारा ज़ब्त करने के कदम को अनुपयोगी बताया, क्योंकि इससे तालिबान की खाद्य सामग्री खरीदने या तेल आयात करने के लिए डॉलर या विदेशी मुद्रा तक पहुंच समाप्त हो जाएगी.
अकरम ने आगाह किया, महंगाई बढ़ेगी. अफगानिस्ताान में कीमतें और बढ़ेंगी. गरीबी भी और बढ़ेगी. फिर आपको शरणार्थी संकट का सामना करना पड़ेगा, जिसका पश्चिम को डर है.