न्यूयॉर्क :अमेरिका के न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल ने इजराइली राजनयिकों के साथ, 2008 के मुंबई आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए मजबूत वैश्विक सहयोग की जरूरत है.
जायसवाल ने बुधवार को एक ऑनलाइन स्मरण कार्यक्रम में कहा कि इस दुनिया के लिए, वैश्विक समुदाय के लिए, हमारे लिए और न्याय के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे लाया जाए. पाकिस्तान को इस जघन्य अपराध के दोषियों को सजा दिलाने के लिए जो जरूरी है, वह करना चाहिए.
गौरतलब है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दस आतंकवादियों ने पूरे मुंबई में चार दिन तक 12 आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया था. 26 नवंबर, 2008 से शुरू हुए इन हमलों में छह अमेरिकियों सहित कम से कम 166 लोग मारे गए थे और 300 से अधिक लोग घायल हुए थे.
आतंकवादियों ने ताजमहल होटल, ओबेरॉय होटल, लियोपोल्ड कैफे, नरीमन (चबाड) हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन आदि को निशाना बनाया था.
'इतिहास का सबसे भयानक हमला'
अमेरिकन इंडिया पब्लिक अफेयर्स कमेटी और अमेरिकी यहूदी समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जायसवाल ने 26/11 आतंकी हमले को 'इतिहास का सबसे भयानक हमला' बताया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया के सामने मौजूद सबसे बड़े खतरों में से एक है.