वाशिंगटन : अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे (Taliban occupation of Afghanistan) ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (US Vice President Kamala Harris) की दक्षिणपूर्व एशिया की यात्रा (travel to southeast asia) को नये मायने दिए हैं, जहां वह दो दशक के युद्ध के अराजक अंत के बाद अमेरिकी संकल्प को लेकर सहयोगियों को आश्वस्त करने का प्रयास करेंगी.
शुक्रवार से शुरू हो रही यात्रा, जिसमें सिंगापुर और वियतनाम के पड़ाव शामिल हैं, हैरिस को विदेशी मामलों में खुद को और अधिक सीधे तौर पर मुखर होने के लिए एक मंच प्रदान करेगी. उनके पास इस बात की पुष्टि करने के अवसर होंगे कि वह और राष्ट्रपति जो बाइडन (President Joe Biden) मानवाधिकारों सहित मूल अमेरिकी मूल्यों के रूप में किन चीजों को रखते हैं. तालिबान के सत्ता में वापस आने के साथ अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के भविष्य के बारे में चिंताओं को देखते हुए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. लेकिन इसमें काफी जोखिम भी हैं.
लंबे समय तक जिला अटॉर्नी एवं पूर्व सीनेटर रहीं हैरिस अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और विदेश नीति (International Diplomacy and Foreign Policy) में काफी हद तक नौसिखिया हैं.