दिल्ली

delhi

पिछले सप्ताह कोविड 19 के नये वैश्विक मामलों में 71 फीसदी की वृद्धि हुई: WHO

By

Published : Jan 7, 2022, 5:36 AM IST

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा, पिछले सप्ताह, महामारी के बाद से अब तक सर्वाधिक मामले सामने आए. इसके साथ ही हम जानते हैं कि शायद अवकाश के कारण नमूनों की जांच लंबित रहने के कारण मामलों की वास्तविक संख्या इससे अधिक भी हो सकती थी.

डब्ल्यूएचओ
डब्ल्यूएचओ

संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बृहस्पतिवार को कहा कि 27 दिसंबर से दो जनवरी के दौरान इससे पिछले सप्ताह के मुकाबले कोरोना वायरस संक्रमण के नये वैश्विक मामलों में 71 फीसदी की वृद्धि देखी गई जबकि इसी अवधि में मौत के मामलों में 10 फीसदी की गिरावट रही. कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन को नए मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने चेताया है कि ओमीक्रोन के कारण आई 'मामलों की सुनामी' ने दुनियाभर में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली पर बोझ अत्याधिक बढ़ा दिया है.

डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी कोविड-19 के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल अक्टूबर से संक्रमण के मामलों में क्रमिक वृद्धि के बाद वैश्विक स्तर पर 27 दिसंबर से दो जनवरी के सप्ताह के दौरान इससे पिछले सप्ताह की तुलना में संक्रमण के नये मामलों में 71 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई. इसके मुताबिक, इसी अवधि में संक्रमण के कारण मौत के मामलों में 10 फीसदी गिरावट रही. पिछले सप्ताह के दौरान दुनियाभर में संक्रमण के करीब 95 लाख नये मामले सामने आए जबकि 41,000 से अधिक मरीजों की मौत हो गई.

आंकड़ों के मुताबिक, सभी क्षेत्रों में साप्ताहिक मामलों में वृद्धि देखी गई, जिसमें से अमेरिका में सर्वाधिक 100 फीसदी का इजाफा हुआ. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने कहा, पिछले सप्ताह, महामारी के बाद से अब तक सर्वाधिक मामले सामने आए. इसके साथ ही हम जानते हैं कि शायद अवकाश के कारण नमूनों की जांच लंबित रहने के कारण मामलों की वास्तविक संख्या इससे अधिक भी हो सकती थी.

पढ़ें: जानिए, कहां इस शख्स ने एक, दो बार नहीं बल्कि 11 बार लगवाया कोरोना टीका

जिनेवा में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने चेताया कि वायरस का नया स्वरूप ओमीक्रोन, भले ही डेल्टा स्वरूप से कम गंभीर प्रतीत होता हो लेकिन इसका यह कतई मतलब नहीं कि इसे 'हल्के' की श्रेणी में रखना चाहिए.

पीटीआई-भाषा

ABOUT THE AUTHOR

...view details