हैदराबाद : क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि वह युवा पीढ़ी को पार्टी का नेतृत्व सौंप रहे हैं. इस द्वीप देश में पिछले करीब छह दशक में पहली बार ऐसा होगा, जब कास्त्रो परिवार का कोई सदस्य देश के मामलों का नेतृत्व नहीं करेगा.
60 साल बाद क्यूबा से खत्म हुआ कास्त्रो परिवार का वर्चस्व
करीब 60 साल बाद क्यूबा में कास्त्रो परिवार का वर्चस्व खत्म हो गया. राउल कास्त्रो ने कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया. 2016 में राउल के बड़े भाई फिडेल कास्त्रो का निधन हुआ था. फिडेल ने ही साठ के दशक में तख्ता पलट कर सत्ता हथिया ली थी. तब से क्यूबा की राजनीति में दोनों भाइयों का वर्चस्व चला आ रहा था. आइए एक नजर डालते हैं क्यूबा की राजनीति पर.
कास्त्रो बंधु
उन्होंने कहा कि मैं अपने कर्तव्य का निर्वहन करने की संतुष्टि के साथ और देश के भविष्य में विश्वास के साथ प्रथम सचिव के रूप में अपने काम को पूरा कर रहा हूं. राउल कास्त्रो के भाई एवं क्यूबा क्रांति के जनक फिदेल कास्त्रो का 2016 में निधन हो गया था.
क्यूबा की राजनीति पर एक नजर .....
- 1898 : अमेरिका ने स्पेन को हराया. तब क्यूबा पर स्पेन का अधिकार था. इस तरह से अमेरिका का क्यूबा पर प्रभुत्व हो गया.
- 1902 : टॉमस एस्ट्राडा पालमा के नेतृत्व में क्यूबा आजाद हुआ. लेकिन अमेरिका ने सुरक्षा के नाम पर प्लाट्ट अमेंडमेंट के जरिए क्यूबा पर दबदबा कायम रखा. अमेरिका क्यूबा के किसी भी मामले में हस्तक्षेप कर सकता था.
- 1925 : सोशलिस्ट पार्टी का गठन.
- 1933 : सार्जेंट फुलगेंसियो बतिस्ता के नेतृत्व में मैकाडो की सत्ता पलट दी गई.
- 1934 : अमेरिका ने क्यूबा के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के अधिकार समाप्त कर लिए. क्यूबा को चीनी कोटा देकर टैरिफ में राहत देकर उसका समर्थन किया.
- 1944 : बतिस्ता के बाद रैमन ग्रॉ सेन मार्टिन सत्ता में आए.
- 1952 : बतिस्ता ने फिर से सत्ता अपने हाथ में ले ली. बतिस्ता का शासन निरंकुश और भ्रष्ट था.
- 1953 : बतिस्ता के खिलाफ फिडेल कास्त्रो का असफल विद्रोह.
- 1956 : कास्त्रो मेक्सिको के रास्ते पूर्वी क्यूबा पहुंचे. सियारा मैस्ट्रा पर्वत पर कब्जा कर लिया. वहां उन्होंने अर्नेस्टो चे ग्वारा के सहयोग से गुरिल्ला युद्ध की शुरुआत कर दी.
- 1958 : अमेरिका ने बतिस्ता को सहयोग करना बंद कर दिया. सैन्य समर्थन वापस ले लिया.
- 1959 : 9000 सेना के साथ फिडेल कास्त्रो ने हवाना पर कब्जा कर लिया. अपने को प्रधानमंत्री घोषित कर दिया. उनके भाई राउल कास्त्रो उनके डिप्टी बने. ग्वेरा क्यूबा के तीसरे शक्तिशाली व्यक्ति बन गए. बतिस्ता क्यूबा से फरार हो गए.
- 1960 : क्यूबा स्थिति अमेरिका के सभी व्यवसायों का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया.
- 1962 : क्यूबा का मिसाइल संकट. अमेरिकी हमले की आशंका के मद्देनजर क्यूबा ने सोवियत संघ के न्यूक्लियर मिसाइल को तैनात करने की इजाजत दे दी. सोवियत संघ और अमेरिका में बातचीत हुई. अमेरिका तुर्की से अपने न्यूक्लियर मिसाइल हटाने को तैयार हो गया. इस तरह से क्यूबा का मिसाइल संकट टला.
- 1965 : क्यूबा की एक मात्र राजनीतिक पार्टी का नाम बदलकर क्यूबन कम्युनिस्ट पार्टी कर दिया गया.
- 2002 : सोशलिस्ट व्यवस्था वाली सरकार को स्थायी करने के लिए राष्ट्रीय असेंबली में संशोधन.
- 2008 : फिडेल कास्त्रो ने इस्तीफा दिया. उनके भाई राउल कास्त्रो राष्ट्रपति बने.
- 2013 : राउल कास्त्रो फिर से राष्ट्रपति चुन लिए गए.
- 2014 : क्यूबा और अमेरिका राजनयिक रिश्तों को बहाल करने पर सहमत हो गए. बराक ओबामा और राउल कास्त्रो इस पर सहमत हो गए. 50 साल के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते कायम हुए.
- 2016 : यूरोपियन देशों के साथ भी क्यूबा ने संबंध सामान्य बनाने शुरू कर दिए.
- 2016 : 90 साल की अवस्था में फिडेल कास्त्रो का निधन. नौ दिनों का शोक घोषित.
- 2018 : कास्त्रो परिवार का वर्चस्व खत्म. मिगुएल डियाज कैनल क्यूबा के नए राष्ट्रपति बने.
- 2021 : कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख के पद से राउल कास्त्रो का इस्तीफा.