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संरक्षित भंडार से तेल निकासी मुद्दे पर बाइडेन को मिला कई पर्यावरणविदों का साथ - price of petroleum products

पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत (price of petroleum products) में स्थिरता लाने के लिए भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और चीन ने रणनीतिक भंडार से तेल जारी करने का फैसला किया है. अमेरिका में इस कदम की तारीफ हो रही है. डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) के सदस्यों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इसका समर्थन किया है.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन

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Published : Nov 24, 2021, 3:52 PM IST

वाशिंगटल : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Biden) ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में स्थिरता लाने के लिए देश के रणनीतिक भंडार से पांच करोड़ बैरल तेल जारी करने का फैसला किया है. इसका डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इस तथ्य के बावजूद समर्थन किया है कि यह जलवायु परिवर्तन को रोकने की रणनीति के विरोधाभासी है.

अमेरिका ने भारत, ब्रिटेन और चीन के समन्वय के साथ मंगलवार को इस फैसले की घोषणा की. डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर इड मार्के ने कहा कि वह इस कदम को मौजूदा परिस्थिति से निपटने के लिए उठाया गया अल्पकालिक कदम मानते हैं. उन्होंने कहा, 'यह भंडार हमारी अर्थव्यवस्था को उथलपुथल से बचाने के लिए है.'

मार्के ने कहा कि बाइडेन, अमेरिकियों को तेल के बढ़े दाम से बचाने के लिए प्रभावी कदम उठा रहे हैं, भले प्रशासन नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा दे रहा है जिससे उम्मीद की जा रही है कि अंतत: जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होगी.

रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार (strategic petroleum reserves) कोई भी देश आपात स्थिति के लिए रखता है. अमेरिका के पास करीब 60.5 करोड़ बैरल का तेल भंडार है. सियान क्लब के साथ ऊर्जा अभियान चलाने वाली केली शीहान ने बाइडेन के फैसले का स्वागत किया लेकिन साथ ही कहा कि मौजूदा दामों में वृद्धि हमे याद दिलाती है कि ऊर्जा सुरक्षा तेजी से जीवश्म ईंधन पर निर्भरता छोड़ और अधिक स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन से ही संभव है.

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जीवाश्म ईंधन मुक्त भविष्य बनाने पर ध्यान केंद्रित करने वाले पर्यावरण समूह ऑयल चेंज इंटरनेशनल के अनुसंधान निदेशक लॉर्ने स्टॉकमैन ने कहा कि बाइडेन ने शीघ्रता से कदम उठाया ताकि रिपब्लिकन पार्टी की पेट्रोलियम की कीमतों में वृद्धि को लेकर होने वाली आलोचना को रोका जा सके.

(एपी)

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