संयुक्त राष्ट्र : एसडीजी के स्थानीयकरण से कैसे कोई भी पीछे नहीं छूट सकता? विषय पर उच्च स्तरीय राजनीतिक मंच पर बोलते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारतीय के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि स्थानीयकरण के प्रयासों के कारण कोविड-19 महामारी के बावजूद 2030 एजेंडे को लागू करने की राह आसान हो जाएगी.
उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि 1.3 अरब की आबादी वाले भारत जैसे बड़े देशों में 2030 के एजेंडे के सफल होने के लिए एसडीजी का स्थानीयकरण अनिवार्य है. तिरुमूर्ति ने कहा कि लक्ष्यों को टुकड़ों में बांटना और उप राष्ट्रीय तथा स्थानीय स्तरों पर कार्यान्वयन ही एकमात्र तरीका है जिससे एसडीजी लक्ष्यों को हासिल किया जा सकता है. स्थानीयकरण से प्रांतीय तथा स्थानीय स्तरों पर सरकार को सशक्त बनाकर स्थानीय चुनौतियों का स्थानीय समाधान तलाशने में भी मदद मिलती है.
उन्होंने कहा कि स्थानीयकरण के लिए सभी परिस्थितियों के लिहाज से कोई एक बात उचित नहीं है, बल्कि हम अनुभव साझा कर सकते हैं और एक-दूसरे से सीख सकते हैं.