वाशिंगटन: भारतीय मूल की पहली अमेरिकी सांसद कमला हैरिस ने कहा है कि अमेरिका को सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक को बांटने पर गंभीरता से विचार करना चाहिये. उन्होंने कहा कि फेसबुक एक ऐसी सुविधा है जिस पर कोई नियामकीय व्यवस्था लागू नहीं है.
हैरिस 2020 के राष्ट्रपति चुनाव की होड़ में भी शामिल हैं. वह अभी कैलिफोर्निया से सांसद हैं, जहां फेसबुक समेत अन्य अमेरिकी आईटी कंपनियों का मुख्यालय है.
हैरिस ने रविवार को सीएनएन से एक साक्षात्कार में कहा कि फेसबुक ने काफी वृद्धि की है और उसने अपने कारोबार की वृद्धि को उपभोक्ताओं के हितों, खासकर उनकी निजता के अधिकार के ऊपर रखा है.
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उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें गंभीरता से इसे देखना चाहिये. जब आप इसे देखेंगे, यह मूलत: एक उपयोगी सार्वजनिक सेवा है. ऐसे बहुत कम लोग हैं जो इससे बचे हुए हैं. हर कोई अपने समुदाय और समाज में तथा अपने पेशे में किसी न किसी स्तर पर फेसबुक का इस्तेमाल कर रहा है. वाणिज्य के किसी भी स्तर पर लोगों से फेसबुक के बिना जुड़ना बहुत मुश्किल है.’
हैरिस ने कहा, ‘अत: हमें इसकी वह पहचान करनी होगी जो वास्तव में यह है. यह आवश्यक सेवा है और यह नियमन के दायरे में अभी नहीं है. जहां तक मेरी बात है, इसके अनियमित रूप से चलने पर रोक लगनी चाहिये.’
इससे पहले 2020 के राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी की एक अन्य डेमोक्रेट दावेदार सांसद एलिजाबेथ वारेन ने भी फेसबुक को बांटने की संभावना तलाशने पर जोर दिया था.