वॉशिंगटन : भारतीय-अमेरिकी नागरिकों ने बड़ी संख्या में संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी के समर्थन में सामने आए हैं और वह इस विवादित कानून के बारे में 'गलत सूचनाओं और मिथकों को दूर करने के लिए अमेरिका के कई शहरों में रैलियां कर रहे हैं.'
संसद में जब से नागरिकता विधेयक पारित हुआ है तब से भारत में प्रदर्शन चल रहे हैं. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर करने के साथ ही इस विधेयक ने कानून की शक्ल अख्तियार कर ली है.
गौरतलब है कि सरकार ने मंगलवार को 2021 की जनगणना और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) के लिए 12,700 करोड़ रुपये की मंजूरी दी और यह साफ किया कि एनपीआर का विवादित एनआरसी से कोई संबंध नहीं है.
रैली के आयोजकों ने बताया कि इन रैलियों का उद्देश्य कानून के बारे में 'गलत सूचनाओं और मिथकों को दूर करना और साथ ही घृणा और झूठ के दुष्प्रचार का विरोध करना है.
उन्होंने बताया कि भारतीय-अमेरिकियों ने दिसंबर में सिएटल, 22 दिसंबर को ऑस्टिन तथा 20 दिसंबर को ह्यूस्टन में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सामने सीएए समर्थक रैलियां की.
गौरतलब है कि डबलिन, ओहियो और उत्तर कैरोलिना में 22 दिसंबर को रैलियां की गईं.