वॉशिंगटन :भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना के पारिवार के सदस्यों का कहना है कि खन्ना एक 'गतिशील एवं प्रगतिशील' विचारक हैं. वह अमेरिका के सार्वजनिक मामलों में सकारात्मक योगदान देंगे और अमेरिकी राजनीति पर अमिट प्रभाव छोड़ेंगे.
हाल ही में रो खन्ना को 'कांग्रेशनल इंडिया कॉकस' का डेमोक्रेटिक उपाध्यक्ष नामित किया गया है. डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद रो खन्ना (44) अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में सिलिकॉन वैली का प्रतिनिधित्व करते हैं.
कांग्रेशनल इंडिया कॉकस अमेरिकी संसद के सदस्यों का एक समूह है. इस समूह का 1994 में गठन होने के बाद पहली बार इस (उपाध्यक्ष) पद का सृजन किया गया है. एक ई-मेल साक्षात्कार के दौरान खन्ना की बुआ नलिनी नारायण और मीरा पारखे ने 44 वर्षीय सांसद के भारत के प्रति लगाव को याद किया.
उन्होंने कहा कि रोहित उत्सुकता के साथ सवाल करने वाला एक स्नेही और मिलनसार बच्चा था. वह भारतीय मिठाइयों जैसे जलेबी और घर में बनी सेवइयां को पसंद करता था. उसे आम भी खूब पसंद था इसलिए गर्मी की छुट्टियों में जब वह आता तो हम खासकर उसके लिए यह फल लाते थे.
नलिनी और मीरा ने कहा कि रो खन्ना अन्य भाई-बहनों के साथ खूब बातें करता और वह उनके साथ फिल्में देखना और क्रिकेट खेलना भी पसंद करता था. उन्होंने कहा कि युवावस्था में भी खन्ना काफी अलग नजर आता था. उसे दिल्ली जाना पसंद था और वह वहां अपनी छुट्टियां बिताता था.
खन्ना की बुआ ने कहा कि रोहित का अपने दादा-दादी से खासा लगाव था और वह अपने दादा से उनके जीवन के अनुभव के किस्से सुनता था. साथ ही विभिन्न मुद्दों को लेकर अपने विचार साझा करता था.
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फिलाडेलफिया में 1976 में जन्मे खन्ना अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में भारतीय मूल के चार सांसदों में सबसे युवा हैं. प्रतिनिधि सभा में भारतीय मूल के अन्य तीन सांसदों में एमी बेरा (55), राजा कृष्णमूर्ति (47) और प्रमिला जयपाल (55) शामिल हैं.
खन्ना के पिता एक केमिकल इंजीनियर हैं जिन्होंने आईआईटी और मिशिगन विश्वविद्यालय से पढ़ाई की. खन्ना की मां एक स्कूल शिक्षिका रही हैं. खन्ना भारत-अमेरिका संबंधों के प्रबल समर्थक हैं. इससे पहले वह पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में वाणिज्य मंत्रालय में उप मंत्री का कार्यभार संभाल चुके हैं. इस पद पर वह अगस्त 2009 से अगस्त 2011 तक रहे थे.