न्यूयॉर्क: जलवायु परिवर्तन सारी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या है. देश-विदेश में लोग पर्यावरण के अत्यधिक दोहन का विरोध कर रहे हैं. इन्हीं लोगों में से एक हैं स्वीडन की किशोर पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग (Greta Thunberg).
पर्यावरण बचाने के लिए ग्रेटा थुनबर्ग की मुहिम 'फ्राईडेज़ फॉर फ्यूचर' अभियान की हर कोई सराहना कर रहा है. इसी योगदान के लिए ग्रेटा को एमनेस्टी इंटरनेशनल के 'एम्बेस्डर ऑफ कान्शन्स' पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके साथ ही ग्रेटा नोबेल पुरस्कार के लिए भी नामित हुई हैं. ग्रेटा का ये अभियान सोशल मीडिया पर #FridaysForFuture से ट्रेंड कर रहा है.
लंबे समय से 16 साल की ग्रेटा थुनबर्ग लोगों में बदलाव करने का प्रयास कर रही है. वे अपने हम उम्र बच्चों के साथ घूम कर लोगों को जागरूक कर रही हैं. साथ ही ग्रेटा लोगों से सवाल भी पूछ रही हैं कि इसी तरह से केमिकल उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन होता रहा तो उसका कितना बुरा प्रभाव पड़ने वाला है.
16 वर्षीय ग्रेटा के समर्थन में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से लोग सामने आ रहे हैं. एशिया और प्रशांत क्षेत्र के बच्चों ने शुक्रवार को जलवायु को बचाने के लिए इतिहास के सबसे बड़े वैश्विक प्रदर्शन की शुरुआत की. इसमें उन्होंने मांग की कि पर्यावरणीय आपदा को रोकने के लिए वयस्क अब काम करें.