लॉस एंजेलिस : जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद लॉस एंजेलिस में शुरू हुई हिंसा और विरोध प्रदर्शन को लेकर पुलिस ने 2,700 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है.
मंगलवार को शहर के पुलिस आयोग चीफ मिशेल मूरे ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से 2,500 को कर्फ्यू के उल्लंघन में गिरफ्तार किया गया है, जबकि बाकी लोगों को चोरी, लूटपाट, पुलिस अधिकारियों पर हमले और अन्य हिंसा के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है.
हॉलीवुड क्षेत्र में सड़कों पर प्रदर्शनकारियों को हुजूम देखने को मिला. इस दौरान वहां पुलिस और नेशनल गार्ड भी मौजूद रहे.
इससे पहले, पुलिस अधिकारियों ने डाउनटाउन पुलिस मुख्यालय के पास पादरी के नेतृत्व वाले प्रदर्शनकारियों के सामने घुटने टेक दिए, जहां वक्ताओं ने फ्लॉयड के परिवार के लोगों को शांतिपूर्वक विरोध करना का एलान किया था. इस बीच सैन फ्रांसिस्को और सैन डिएगो सहित अन्य प्रमुख शहर शांत रहे.
इससे पहले मूरे ने सोमवार को कहा कि लॉस एंजेलिस और शहर के अन्य क्षेत्रों में पुलिस द्वार लगाए गए कर्फयू का काफी प्रभाव रहा. सोमवार को हिंसा और चोरी सप्ताहांत के पैमाने पर नहीं थी, जब दुकानों के ब्लॉक तबाह हो गए थे, पुलिस की गाड़ियों को आग लगा दी गई थी और अधिकारी घायल हो गए थे.
सैक्रामेंटो में जहां रविवार को दो-तिहाई शहर के व्यवसाय क्षतिग्रस्त हो गए थे, 500 नेशनल गार्ड सैनिकों को तैनात किया गया था और शहर ने सोमवार रात कर्फ्यू लगा दिया था.
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बता दें कि जॉर्ज फ्लॉयड नाम के 46 साल के एक अश्वेत शख्स की सोमवार को मौत हो गई थी. डेरेक चोविन नाम का श्वेत पुलिस अधिकारी जॉर्ज के गले पर अपने घुटनों के बल पर बैठा था और जॉर्ज बार-बार कह रहा था, 'मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं.' लेकिन अधिकारी ने उन्हें नहीं छोड़ा. इसके बाद उनकी मौत हो गई.
डेरेक चौविन पर थर्ड डिग्री की हत्या और सैकिंड डिग्री की हत्या का आरोप लगाया गया है. इस घटना के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.