न्यूयॉर्क : कोलम्बिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा है कि एक खास तरह की अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से हवा में मौजूद 99% कोरोना वायरस खत्म किया जा सकता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि फार-यूवीसी किरणें जीवाणुओं और वायरस को खत्म करती हैं और यह इंसानों के शरीर को नुकसान भी नहीं पहुंचातीं हैं.
अध्ययन में पाया गया है कि 99.9 फीसदी कोरोना वायरस एयरबॉर्न ड्रॉपलेट्स में मौजूद होते हैं, जो की पराबैंगनी प्रकाश की एक विशेष तरंग दैर्ध्य (वेव लेंथ) के संपर्क में आने से खत्म हो जाते हैं.
कोलंबिया विश्वविद्यालय के इरविंग मेडिकल सेंटर में किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने दो सामान्य कोरोना वायरस को एरोसोलाइज़ करने के लिए एक धुंधले डिवाइस का इस्तेमाल किया है. जिसमें पाया गया कि 99.9 प्रतिशत वायरस फार-यूवीसी प्रकाश के संपर्क में आने के बाद मार गए थे.