वाशिंगटन :डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने राष्ट्रपति पद के चुनाव से ठीक पहले उचित सार्वजनिक समीक्षा के बिना एच-1बी वीजा कार्यक्रम में बड़े बदलावों को लेकर डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व वाले प्रशासन की कड़ी आलोचना की.
इस आलोचना के जवाब में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन नेताओं ने कहा कि ये कदम 'उच्च दक्षता वाले आगंतुक कर्मी कार्यक्रम' के दुरुपयोग की समस्या को दूर करेगा, जिसके कारण कम वेतन वाले विदेशी कर्मी नौकरियों में अमेरिकी कर्मियों का स्थान ले लेते थे.
अमेरिका सरकार ने स्थानीय कामगारों की सुरक्षा के लिए चुनाव से पहले एच-1बी वीजा को लेकर नयी पाबंदियां लगा दी हैं. यह एक ऐसा कदम है, जिसका प्रभाव भारत के हजारों आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) पेशेवरों पर पड़ने की आशंका है.
अमेरिका के गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को घोषित अंतरिम नियम से विशेष व्यवसाय की परिभाषा का दायरा संकुचित हो जाएगा. कंपनियां विशेष व्यवसाय की परिभाषा के आधार पर बाहरी कर्मचारियों के लिए एच-1बी वीजा का आवेदन करती हैं.
ट्रम्प सरकार ने यह बदलाव ऐसे समय किया है, जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में अब चार सप्ताह से भी कम समय बचा है.
मंत्रालय के अनुसार नया नियम 60 दिनों में प्रभावी होगा.
प्रतिनिधि सभा की न्यायिक समिति के अध्यक्ष जेरोल्ड नाडलर ने कहा, चुनाव से 30 दिन पहले अमेरिकी प्रशासन ने घोषणा की कि वह एच-1बी वीजा कार्यक्रम में ऐसे बड़े बदलाव करेगा जो पिछले कई दशकों में नहीं हुए हैं और वे प्रशासनिक प्रक्रिया कानून के तहत अनिवार्य सामान्य नोटिस एवं टिप्पणी प्रक्रिया के बिना ऐसा करेंगे.
डेमोक्रटिक नेता ने कहा कि हालांकि इन सुधारों से कार्यक्रम को निश्चित ही लाभ होगा, लेकिन अमेरिकी कानूनों के लिए अनिवार्य है कि इस प्रकार के सुधार लागू किए जाने से पहले लोगों को पर्याप्त नोटिस दिया जाए और सुधारों से पहले टिप्पणी करने का अर्थपूर्ण अवसर दिया जाए.