लॉस एंजिलिस : भारतीय मूल के अनुसंधानकर्ता समेत वैज्ञानिकों की टीम ने एक अध्ययन के जरिए दिखाया है कि कोरोना वायरस प्रयोगशाला में विकसित दिल की मांसपेशी की कोशिकाओं को संक्रमित कर सकता है. यह इस बात का संकेत देता है कि संभव है कि यह वायरस सीधे कोविड-19 मरीजों के दिल को संक्रमित करता हो.
यह अध्ययन प्रयोगशाला में विकसित की गई ह्रदय की मांसपेशियों की कोशिकाओं पर किए गए प्रयोगों पर आधारित है जिन्हें मानव की स्टेम कोशिकाओं से तैयार किया गया था.
अमेरिका के सिडार-सिनई बोर्ड ऑफ गवर्नर्स रीजेनरेटिव मेडिसिन इंस्टीट्यूट के अरुण शर्मा इस अध्ययन के सह लेखक हैं. उन्होंने कहा, 'हमने न सिर्फ यह पाया कि स्टेम कोशिकाओं से तैयार ये ह्रदय कोशिकाएं कोरोना वायरस से संक्रमित होने के प्रति अति संवेदनशील हैं बल्कि यह भी देखा कि वायरस ह्रदय की मांसपेशी कोशिकाओं के भीतर जल्दी से विभाजित भी होने लगता है.'
उन्होंने कहा, 'और भी अधिक महत्त्वपूर्ण यह था कि संक्रमित ह्रदय कोशिकाओं में संक्रमण के 72 घंटे बाद धड़कने की उनकी क्षमता में परिवर्तन देखा गया.'