वॉशिंगटन : अगले सप्ताह भारत और अमेरिका के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता होने वाली है. भारत और चीन के बिगड़ते संबंधों के परिदृश्य में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग के मायने और बढ़ जाते हैं.
इस साल वार्ता में चार बड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना हैं. ये मुद्दे हैं- हिंद प्रशांत में जन स्वास्थ्य के मामले में सहयोग एवं काम समेत वैश्विक सहयोग, ऊर्जा एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग समेत आर्थिक सहयोग, लोगों के बीच आपसी संबंध और रक्षा संबंध.
अधिकारी ने जानकारी दी कि वैश्विक सहयोग में उच्च स्तरीय वार्ता भी शामिल है. उन्होंने कहा, 'हिमालय से लेकर दक्षिण चीन सागर तक हिंद-प्रशांत में चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार के कारण हमारे लिए समान सोच रखने वाले भारत जैसे साझेदारों के साथ मिलकर काम करना और भी महत्वपूर्ण हो गया है.'
ट्रंप प्रशासन ने वार्ता को लेकर कहा है कि अगले सप्ताह नई दिल्ली में भारत और अमेरिका के बीच होने वाली 'टू प्लस टू' मंत्रिस्तरीय वार्ता में विश्व के दो बड़े लोकतांत्रिक देशों के बीच वैश्विक सहयोग की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी और आगे उठाए जाने वाले कदमों का खाका तैयार किया जाएगा.
अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है और यह चुनाव से पहले ट्रंप सरकार की आखिरी सबसे बड़ी राजनयिक वार्ता होगी. इस दो दिवसीय वार्ता में भारत और अमेरिका के शीर्ष चार कैबिनेट मंत्री भाग लेंगे. इस बैठक में दोनों देशों के संबंधों की आगामी चार साल के लिए आधारशिला रखे जाने की संभावना है, भले ही चुनाव कोई भी जीते.
अमेरिका के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारत के साथ संबंधों को लेकर अमेरिका में द्विदलीय समर्थन है.