पोर्टे वेल्हो: ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोल्सोनारो अमेजन के जंगल में लगी आग को लेकर विश्व भर में आलोचना का सामना कर रहे हैं. इससे पहले भी उन्होंने विपक्षियों और सहयोगियों का मजाक उड़ाने से लेकर महिलाओं, अश्वेत और समलैंगिकों के खिलाफ लगातार अपमानजनक टिपप्णी की थी और यहां तक कि वह 1964-1985 के बीच देश में तानाशाही सत्ता की तारीफ भी कर चुके हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कभी उनके इन बयानों की वजह से इतने बड़े स्तर पर उनकी आलोचना नहीं हुई थी.
धुर दक्षिणपंथी नेता शुरुआत में तो सैंकड़ों आग की घटनाओं को ही खारिज करते रहे और उन्होंने मानवाधिकार कार्यकर्ता समूहों के ऊपर ही आरोप लगा दिया कि सरकार की विश्वसनीयता को धूमिल करने के लिए इन्ही समूहों ने आग लगाई है.
बोल्सोनारो पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने विकास कार्यों के लिए पर्यावरण नियमों में ढील दी. अमेजन जंगल में लगी भयानक आग के बाद प्रतिक्रिया करते हुए यूरोपीय नेताओं ने चेतावनी दी थी कि वह ब्राजील और दक्षिण अमेरिकी देशों के साथ व्यापार समझौता खत्म कर लेंगे.
ब्राजील में और दुनिया भर में ब्राजील के दूतावासों के बाहर हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. दुनिया भर में 'प्रे फॉर अमेजोनिया(अमेजन के लिए प्रार्थना) सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा था. पोप फ्रांसिस ने भी ब्राजील में लगी आग को लेकर चिंता जाहिर की और लोगों से प्रार्थना करने की अपील की ताकि उस पर जल्दी से जल्दी काबू पा लिया जाए.