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बाइडेन ने दिखाए तेवर, कहा-अमेरिका दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार

डोनाल्ड ट्रंप के दबे मन से ही सही राष्ट्रपति पद के चुनाव में हार मान लेने के बाद जो बाइडेन राष्ट्रपति के तेवर में नजर आने लगे हैं. साथ ही अपनी नई सरकार के गठन में भी जुट गए हैं. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

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Published : Nov 25, 2020, 10:58 PM IST

Updated : Nov 26, 2020, 1:48 AM IST

Biden
बाइडन

वॉशिंगटन : 'अमेरिका इज बैक' की घोषणा के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी नीति पर अपने महत्वपूर्ण अधिकारियों के नाम की घोषणा करते हुए अमेरिका के अगले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अगली सरकार दुनिया का नेतृत्व करने और एक बार फिर सर्वोच्च स्थान पर विराजने के लिए तैयार है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की निवर्तमान सरकार की चार साल से चली आ रही 'अमेरिका पहले' की नीति से काफी अलग हटकर बाइडेन ने कहा कि अमेरिका 'अपने विरोधियों का सामना करने के लिए तैयार है, मगर सहयोगियों को खारिज करने के लिए नहीं. वह अपने मूल्यों के पक्ष में खड़े रहने के लिए तैयार है.

दुनिया भर के नेता चाहते हैं अमेरिका रहे वैश्विक नेता

अपने पैतृक नगर विलमिंगटन डेलावर में डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता बाइडेन ने अपने छह शीर्ष अधिकारियों को गठबंधन, कोरोना वायरस संक्रमण महामारी से निपटने और जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केंद्रीत करने को कहा. उन्होंने कहा कि दुनिया भर के नेता अमेरिका को प्रशांत महासागर, अटलांटिक और पूरी दुनिया के वैश्विक नेता के उसके परंपरागत रूप में देखने के इच्छुक हैं.

सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेंगे

बाइडेन ने विभिन्न पदों पर जिन लोगों को नामित किया है, उनमें विदेश मंत्री के लिए एंटनी ब्लिंकेन को और पूर्व विदेश मंत्री जॉन केरी को जलवायु परिर्वतन पर अपना विशेष दूत नामित किया है. बाइडेन ने कहा कि यह जो टीम है, यही मेरी टीम है. उन्होंने कहा कि यह सभी मेरे मूल सिद्धांत में भरोसा करते हैं कि अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने के दौरान अमेरिका सबसे ताकतवर होता है.

विदेश नीति में सुधार करेंगे

बाइडेन ने कहा कि इस तरह से हम बेकार की लड़ाइयों में उलझे बगैर अमेरिका को सुरक्षित, अपने विरोधियों को नियंत्रण में और आतंकवादियों को दूर रखेंगे. बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी 2021 को शपथ लेंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिका सिर्फ अपनी ताकत के बल पर नेतृत्व नहीं करता है, बल्कि वह अपने उदाहरणों की ताकत पर नेतृत्व करता है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा चुने गए अधिकारी ना सिर्फ विदेश नीति में सुधार करेंगे बल्कि अमेरिकी विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को अगली पीढ़ी के लिए सही करेंगे. वह मुझे ऐसे बातें बताएंगे, जिन्हें जानना जरुरी है, ना कि जो मैं सुनना चाहता हूं.

Last Updated : Nov 26, 2020, 1:48 AM IST

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