वॉशिंगटन :अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति चुने गए जो बाइडेन भारत के लगभग पांच लाख से अधिक लोगों को अमेरिकी नागरिकता दे सकते हैं. बाइडेन के नीति पत्र के मुताबिक अमेरिका का नया प्रशासन भारत सहित लगभग 11 मिलियन अप्रवासियों के लिए अमेरिकी नागरिकता का रास्ता साफ कर सकता है. इसके अलावा बाइडेन की अगुवाई में अमेरिकी प्रशासन सालाना न्यूनतम 95,000 शरणार्थियों को प्रवेश दे सकता है.
अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित जो बाइडेन का प्रशासन भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य बनवाने में मदद करने, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग जारी रखने जैसे कदमों के साथ भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने को उच्च प्राथमिकता देगा.
राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बाइडेन प्रचार अभियान द्वारा जारी एक नीति पत्र में यह जानकारी दी गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने शनिवार को रिपब्लिकन पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को कड़े मुकाबले में हरा दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद बाइडेन के पास अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने के उनके 14 साल पुराने ख्वाब को पूरा करने का एक मौका है. इसे पुराना ख्वाब इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बाइडेन ने दिसंबर, 2006 में एक समाचार पत्र से बातचीत में कहा था मेरा ख्वाब है कि 2020 में दुनिया के दो सबसे करीबी मुल्क भारत और अमेरिका हों अगर ऐसा होता है तो दुनिया पहले से अधिक सुरक्षित होगी.
बाइडेन प्रचार अभियान द्वारा जारी एक नीति पत्र में यही बात दोहराई गई है और बताया गया है कि वह इसे कैसे अमल में लाएगें. इस सूची में शीर्ष पर है भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिए प्रयास करना, आतंकवाद पर सहयोग जारी रखना, जलवायु परिवर्तन और द्विपक्षीय व्यापार में कई गुना वृद्धि की दिशा में काम करते हुए संबंधों को मजबूत बनाना है.